पीएम मोदी सोमवार को वाराणसी में दुनिया के सबसे बड़े मेडिटेशन सेंटर स्वर्वेद मंदिर का लोकार्पण करेंगे। स्वर्वेद महामंदिर एक हजार करोड़ की लागत से करीब 20 साल से बन रहा है। यह सात मंजिला मंदिर दुनिया का सबसे बड़ा मेडिटेशन सेंटर कहा जा रहा है। यहां एक साथ 20 हजार लोग योग और ध्यान कर सकते हैं। इस मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता यह भी है कि यहां भगवान की नहीं योग साधना की पूजा होती है। दीवारों पर अद्भुत नक्काशी की गई है। मंदिर सभी तलों पर अंदर की दीवार पर लगभग चार हजार स्वर्वेद के दोहे लिखे हैं। बाहरी दीवार पर 138 प्रसंग वेद उपनिषद, महाभारत, रामायण, गीता आदि के प्रसंग पर चित्र बनाए गए हैं, ताकि लोग उससे प्रेरणा लें सकें।
विहंगम योग संस्थान के प्रणेता संत सदाफल महाराज की यहां 135 फीट ऊंची प्रतिमा का भी शिलान्यास पीएम मोदी कर सकते हैं। स्वर्वेद के लेखक सदाफल देवजी महाराज ही हैं। उन्होंने विहंगम योग की स्थापना की थी। महाराज का जन्म 19वीं सदी में हुआ था। वह आध्यात्मिक गुरु और विद्वान थे। संत सदाफल ने 17 वर्षों तक हिमालय में स्थित आश्रम में साधना की थी।