जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
नोवाक जोकोविच ने एक बार फिर टेनिस इतिहास में अपना नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज करा दिया है। जिनेवा ओपन 2025 के फाइनल में जीत हासिल कर उन्होंने अपने करियर का 100वां एटीपी खिताब जीत लिया है। यह उपलब्धि उन्हें ओपन एरा के उन दिग्गज खिलाड़ियों की कतार में खड़ा करती है, जिन्होंने 100 या उससे ज्यादा खिताब जीते हैं। इस सूची में अब जोकोविच, रोजर फेडरर (103 खिताब) और जिमी कोनर्स (109 खिताब) शामिल हैं। कोनर्स अब भी सबसे ज्यादा खिताब जीतने वाले खिलाड़ी हैं, लेकिन जोकोविच की मौजूदा फॉर्म को देखते हुए यह अंतर ज्यादा दिन तक कायम नहीं रह सकता।
जिनेवा ओपन के फाइनल मुकाबले में जोकोविच ने छठे वरीयता प्राप्त खिलाड़ी ह्यूबर्ट हुरकाज को कड़ी टक्कर देने के बाद हराया। स्कोरलाइन रही – 5-7, 7-6, 7-6। पहला सेट गंवाने के बाद भी जोकोविच ने हार नहीं मानी और शानदार वापसी करते हुए लगातार दो टाई-ब्रेक सेट में जीत दर्ज की। यह मैच उनकी मानसिक मजबूती, अनुभव और क्लच सिचुएशन में जीतने की आदत को दर्शाता है।
जोकोविच की यह जीत केवल 100वें खिताब तक सीमित नहीं रही, बल्कि इसके साथ ही उन्होंने एक और ऐतिहासिक रिकॉर्ड अपने नाम किया — वह पहले खिलाड़ी बन गए हैं जिन्होंने 20 अलग-अलग सीजन में एटीपी ट्रॉफी जीती है। इसमें ग्रैंड स्लैम, मास्टर्स 1000, एटीपी 500 और यहां तक कि ओलिंपिक गोल्ड मेडल भी शामिल हैं। गौरतलब है कि जोकोविच ने अपना आखिरी खिताब 2024 के पेरिस ओलिंपिक में स्वर्ण पदक के रूप में जीता था।
हालांकि पिछले कुछ महीनों में जोकोविच के लिए सब कुछ आसान नहीं रहा। शंघाई मास्टर्स 2024 के फाइनल में उन्हें युवा खिलाड़ी जैनिक सिनर से हार का सामना करना पड़ा था, और मियामी ओपन में जाकुब मेनसिक ने उन्हें चौंकाते हुए हराया। इसके बाद मैड्रिड ओपन में पहले ही राउंड में माटेओ अर्नाल्डी से मिली हार ने उनकी तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए थे। इस हार के बाद उन्होंने कोच एंडी मरे के साथ अपने लंबे समय से चल रहे प्रोफेशनल रिश्ते को खत्म कर दिया। उन्होंने साफ किया कि वह आने वाले टूर्नामेंट्स के बाद अपने कोचिंग सेटअप को लेकर बड़ा फैसला करेंगे।
अब सबकी नजरें 25 मई से शुरू हो रहे फ्रेंच ओपन 2025 पर हैं, जहां जोकोविच 24वां ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने के लिए उतरेंगे। अगर वह यह खिताब जीतते हैं, तो यह उनका चौथा फ्रेंच ओपन खिताब होगा। लेकिन इस राह में सबसे बड़ी चुनौती उनके अपने ही ग्रुप में मौजूद वर्ल्ड नंबर-1 जैनिक सिनर होंगे, जिन्होंने पिछले साल उन्हें मात दी थी और तेजी से उभरते स्टार बन चुके हैं।