जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
23 अक्टूबर 2024 को रीवा में पाँचवाँ रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित होने वाला है। यह कॉन्क्लेव राज्य के औद्योगिक विकास को एक नई दिशा देने के साथ-साथ रीवा और उसके आसपास के क्षेत्रों में निवेश को आकर्षित करके औद्योगिक परिदृश्य को और अधिक समृद्ध करेगा। वहीं, इस कॉन्क्लेव के जरिए उद्योग, व्यापार, पर्यटन और कृषि के क्षेत्रों को मजबूत करने के लिए ठोस कदम उठाए जाने वाले हैं। इससे राज्य में औद्योगिक विकास होगा और नए रोजगार के मौके पैदा होंगे, जो राज्य की आर्थिक प्रगति को और भी मजबूत बनाएंगे।
बता दें, कॉन्क्लेव में एमपी इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन की अहम भूमिका होगी। ये ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के तहत व्यापारिक प्रक्रियाओं को सरल बनाकर निवेशकों को व्यापार स्थापित करने में मदद करेगा। इसके अलावा, एमपी स्टेट इलेक्ट्रॉनिक डेवलपमेंट कॉरपोरेशन राज्य के इलेक्ट्रॉनिक उद्योग में विकास और निवेश के अवसरों को साझा करेगा। इस दौरान MSME विभाग सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए अपनी योजनाओं और सहायता कार्यक्रमों की जानकारी देगा, जिससे इन उद्योगों का राज्य के औद्योगिक ढांचे में और भी बेहतर योगदान हो सके।
कॉन्क्लेव में बिजनेस प्रमोशन सेंटर की होगी स्थापना
रीवा इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में एक बिजनेस प्रमोशन सेंटर खोला जा रहा है, जो व्यापारिक और औद्योगिक हितधारकों के लिए होगा। यहाँ 16 से ज्यादा प्रमुख सरकारी और निजी विभाग अपने उत्पाद, सेवाएँ और नीतियाँ दिखाएंगे। इसका मकसद व्यापार को आसान बनाना और निवेशकों और उद्यमियों के बीच बातचीत को बढ़ावा देना है, ताकि औद्योगिक माहौल को मजबूत किया जा सके।
कॉन्क्लेव में मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग राज्य के पर्यटन स्थलों और उद्योग में निवेश के नए अवसरों पर जानकारी साझा करेगा। इसके साथ ही, हस्तशिल्प विकास निगम अपने उत्पादों को बाजार में लाने के लिए नए तरीके बताएगा, ताकि राज्य के हस्तशिल्प उद्योग को बढ़ावा मिल सके। कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण कृषि उत्पादों के निर्यात के अवसरों पर भी चर्चा करेगा, जिससे राज्य के कृषि उद्योग को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में और मजबूती मिलेगी।
इतना ही नहीं, कॉन्क्लेव में यूनियन बैंक और FICCI एक साथ मिलकर बिजनेस और उद्योग को वित्तीय सहायता देने के लिए बैंकिंग और फाइनेंस से संबंधित सेवाओं की जानकारी देंगे। साथ ही, इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (EEPC India) इंजीनियरिंग उत्पादों के निर्यात और उनकी सहायता योजनाओं के बारे में भी जानकारी प्रदान करेगी।