इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी हत्याकांड में 97 दिन बाद पेश हुई 790 पन्नों की चार्जशीट, पत्नी सोनम और बॉयफ्रेंड समेत चार लोगों पर हत्या का आरोप; मामले में नए खुलासे की संभावना!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

इंदौर के जाने-माने ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी हत्याकांड में बड़ी कानूनी कार्रवाई हुई है। 6 सितंबर 2025 को मेघालय पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) ने शिलॉन्ग कोर्ट में 790 पन्नों की चार्जशीट पेश की। इस मामले की जानकारी राजा रघुवंशी के परिवार को भी मिल चुकी है। राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने इसकी पुष्टि की है और बताया कि उन्होंने अपने वकील से भी संपर्क कर लिया है।

चार्जशीट में राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी और उनके बॉयफ्रेंड राज कुशवाहा समेत तीन अन्य लोगों पर हत्या का आरोप लगाया गया है। फिलहाल सभी पांच आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं। इसके अलावा, फॉरेंसिक रिपोर्ट के आने के बाद तीन अन्य आरोपियों के खिलाफ एक सप्लीमेंट्री चार्जशीट भी दाखिल की जाएगी। इन आरोपियों में प्रॉपर्टी डीलर शीलोम जेम्स, लोकेंद्र तोमर और सुरक्षा गार्ड बलबीर अहिरवार शामिल हैं। ये सभी आरोपी पहले सबूत नष्ट करने और छिपाने के आरोप में गिरफ्तार हुए थे, लेकिन फिलहाल जमानत पर हैं।

घटना की पूरी कहानी

राजा रघुवंशी ने 11 मई 2025 को सोनम से शादी की थी। 20 मई को दंपती हनीमून के लिए मेघालय रवाना हुए और 22 मई को सोहरा की यात्रा पर निकले। उन्होंने चार दिन के लिए शिलॉन्ग के सागर सेन सामल से एक्टिवा भी किराए पर ली। 24 मई से राजा-सोनम का परिवार उनसे संपर्क नहीं कर पाया। इसके बाद 27 मई से सर्चिंग शुरू हुई, जो तेज बारिश के कारण 29 मई को रोकनी पड़ी थी।

30 मई से पुनः खोजबीन शुरू हुई और 2 जून को राजा का शव एक खाई में पाया गया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि उनकी हत्या पेड़ काटने वाले हथियार से की गई थी। वहीं सोनम की तलाश 9 जून को यूपी के गाजीपुर में एक ढाबे पर खत्म हुई।

राजा रघुवंशी हत्या मामले में आरोपियों की भूमिका

  • विशाल चौहान: हत्या का मुख्य कार्यकर्ता, सेल्फी पॉइंट पर राजा के सिर पर दो वार किए।

  • आकाश राजपूत: निगरानी करता रहा और बाइक पर बैठा रहा।

  • आनंद कुर्मी: विशाल के साथ था; फर्जी सिम कार्ड और अन्य उपकरणों के लिए जिम्मेदार।

  • सोनम रघुवंशी: राजा को सेल्फी खिंचवाने के बहाने हत्या स्थल तक ले गई और विशाल को वार करने का इशारा किया।

  • राज कुशवाहा: हत्या का मास्टरमाइंड और पूरी योजना बनाने वाला।

  • शीलम जेम्स: फ्लैट ब्रोकर और सबूत छिपाने में मदद करने वाला।

  • बलबीर अहिरवार: फ्लैट में चौकीदार और कारपेंटर, सबूत नष्ट करने में शामिल।

  • लोकेंद्र तोमर: सोनम का बैग जलाने का आदेश दिया।

जांच प्रक्रिया काफी विस्तृत और बहु-चरणीय रही। 17 जून से शिलॉन्ग SIT ने राजा और सोनम के परिवार के सदस्यों से पूछताछ शुरू की। 20 जून को सोनम के काले रंग के बैग की जानकारी मिली और बिल्डिंग कॉन्ट्रैक्टर शीलम जेम्स को गिरफ्तार किया गया। 22 जून को गार्ड बलबीर अहिरवार को पकड़ा गया। 24-25 जून में लोकेंद्र और शीलम का आमना-सामना हुआ, और पुलिस ने फ्लैट से महत्वपूर्ण सबूत बरामद किए। जुलाई में SIT ने इंदौर और रतलाम में तलाशी अभियान चलाया।

चार्जशीट और आगे की प्रक्रिया

SIT ने शुक्रवार शाम शिलॉन्ग कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की। इसमें हत्याकांड के सभी प्रमुख और सहायक आरोपी शामिल हैं। फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद तीन अन्य आरोपियों के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट भी दाखिल की जाएगी।

राजा रघुवंशी हत्याकांड ने ना केवल इंदौर और मेघालय में सनसनी मचा दी, बल्कि इसने यह भी दिखाया कि अपराध की योजना कितनी गहरी और सुनियोजित हो सकती है। अब कोर्ट की सुनवाई और आगे की कानूनी कार्रवाई के साथ मामले में और खुलासे होने की संभावना है।

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