जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश में ठंड के मौसम का असली अहसास अब शुरू हो गया है। बुधवार सुबह से ही राज्य के कई शहरों में घना कोहरा छाया रहा। सीहोर में विजिबिलिटी मात्र 50 मीटर तक सिमट गई। वहीं, पिछले 24 घंटों में 10 से ज्यादा जिलों में हल्की बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में सक्रिय निम्न दबाव क्षेत्र (लो प्रेशर एरिया) और पाकिस्तान के ऊपर एक्टिव पश्चिमी विक्षोभ ने प्रदेश के मौसम पर असर डाला है। इसके चलते ठंडी हवाओं के साथ बादलों का डेरा और हल्की बारिश का दौर शुरू हो गया है। विभाग के अनुसार, 26 दिसंबर की रात एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) सक्रिय होगा। इसका असर 28 दिसंबर तक प्रदेशभर में देखने को मिलेगा। वहीं, 27 दिसंबर को प्रदेश में ओले और बारिश का एक स्ट्रॉन्ग सिस्टम विकसित होने की संभावना है, जिसका असर भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन समेत पूरे प्रदेश में देखने को मिलेगा।
सर्द हवाओं और बारिश के इस दौर ने लोगों को ठिठुरन का एहसास कराया है, लेकिन खेतों में खड़ी रबी फसलों के लिए यह मावठा फायदेमंद साबित हो सकता है।
बता दें, 26 दिसंबर को खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, रतलाम, मंदसौर और नीमच में गरज-चमक के साथ हल्की वर्षा की संभावना है। वहीं, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, अनूपपुर, शहडोल और उमरिया में हल्का से मध्यम कोहरा देखने को मिल सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार और मंगलवार की रात भिंड और सीहोर में बारिश हुई। वहीं, मंगलवार को पन्ना, दतिया, टीकमगढ़, बड़वानी, खजुराहो, निवाड़ी, मुरैना, भिंड, अशोकनगर और श्योपुर में हल्की बारिश दर्ज की गई। भोपाल में दिनभर बादल छाए रहे और ठंडी हवाओं के कारण लोग ठिठुरते नजर आए। इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर में भी ऐसा ही मौसम रहा।