जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक और ऐतिहासिक कीर्तिमान अपने नाम कर लिया है। 26 जुलाई 2025 को उन्होंने प्रधानमंत्री पद पर 4078 दिन पूरे कर लिए — और इसी के साथ वह देश के दूसरे सबसे लंबे समय तक लगातार सेवा देने वाले प्रधानमंत्री बन गए। उन्होंने इस मामले में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को पीछे छोड़ दिया, जिनका कार्यकाल 24 जनवरी 1966 से 24 मार्च 1977 तक कुल 4077 दिन का रहा था।
मोदी से आगे अब केवल पंडित जवाहरलाल नेहरू हैं, जो आज़ादी के बाद भारत के पहले प्रधानमंत्री बने थे और 15 अगस्त 1947 से 27 मई 1964 तक यानी पूरे 6126 दिनों तक इस पद पर बने रहे। पीएम मोदी अब इस रिकॉर्ड से महज़ 2048 दिन पीछे हैं। यदि वे 2029 में अगला आम चुनाव जीतकर फिर से प्रधानमंत्री बनते हैं, तो नेहरू का रिकॉर्ड भी टूट सकता है।
लेकिन यह उपलब्धि सिर्फ आंकड़ों की कहानी नहीं है — यह एक ऐसे जननेता की यात्रा है, जो 2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में उभरे और 2025 तक केंद्र में देश के सबसे शक्तिशाली और लोकप्रिय नेतृत्वकर्ता के रूप में डटे हुए हैं। मोदी का शासनकाल एक साथ दो स्तरों — राज्य और केंद्र — पर जनता द्वारा निर्वाचित होकर 24 साल से अधिक समय तक सेवा देने वाला पहला उदाहरण है। यह भी ध्यान देने योग्य है कि वह स्वतंत्र भारत में जन्मे पहले प्रधानमंत्री हैं और पहले ऐसे गैर-कांग्रेसी नेता हैं, जिन्होंने लगातार दो कार्यकाल सफलतापूर्वक पूरे किए और तीसरे की शुरुआत की।
उनकी सबसे बड़ी राजनीतिक ताकतों में से एक है उनका चुनावी नेतृत्व। मोदी ऐसे पहले और अब तक इकलौते नेता हैं, जिन्होंने लगातार छह बड़े चुनावों में पार्टी का नेतृत्व किया और हर बार जीत दिलाई — गुजरात विधानसभा चुनावों में 2002, 2007, 2012 और लोकसभा चुनावों में 2014, 2019, 2024 में। यह एक दुर्लभ राजनीतिक निरंतरता है, जो भारत जैसे विविध और विशाल लोकतंत्र में बेहद असाधारण मानी जाती है।