मध्यप्रदेश में स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव, 12 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट; डैमों के गेट खुले, नदियों का जलस्तर बढ़ा!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

मध्यप्रदेश में बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव होने से एक बार फिर बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। सीहोर और कैचमेंट एरिया में तेज वर्षा के बाद भोपाल का बड़ा तालाब भर गया है। पानी का स्तर 1666.50 फीट तक पहुंचने पर शनिवार सुबह भदभदा डैम के गेट सीजन में पहली बार खोले गए। महापौर मालती राय ने पूजा-अर्चना के बाद गेट खोले। अभी 11 में से एक गेट से पानी छोड़ा जा रहा है।

इसी तरह रायसेन के हलाली डैम के तीन गेट दो-दो मीटर तक खोले गए, जिनसे करीब 451.89 क्यूमेक पानी छोड़ा जा रहा है। शुक्रवार को इंदौर के अम्मार नगर और खजराना इलाके में नाले किनारे बना तीन मंजिला मकान ढह गया। राजगढ़, नीमच और उज्जैन में कारें बह गईं और एक युवक लापता हो गया। इंदिरा सागर समेत 5 डैमों के गेट खोलने पड़े। रतलाम के खाचरौद रोड पर पानी में फंसे परिवारों को एसडीईआरएफ की टीम ने देर रात सुरक्षित रेस्क्यू किया।

12 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

मौसम विभाग ने शनिवार को उज्जैन, नीमच, मंदसौर, रतलाम, आगर-मालवा, झाबुआ, धार, शाजापुर, राजगढ़, गुना और श्योपुर जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। अगले 24 घंटों में इन इलाकों में ढाई से साढ़े 4 इंच तक पानी गिर सकता है। इसके अलावा अन्य जिलों में भी हल्की बारिश और गरज-चमक का दौर जारी रहेगा।

20 जिलों में बारिश दर्ज

पिछले 24 घंटों में उज्जैन में सवा 2 इंच, इंदौर में 1.5 मिमी और शिवपुरी में 1 इंच बारिश दर्ज हुई। भोपाल, दतिया, गुना, ग्वालियर, नर्मदापुरम, रतलाम, सिवनी, टीकमगढ़, बालाघाट, धार, बड़वानी, श्योपुर, विदिशा और मुरैना समेत कई जिलों में भी हल्की वर्षा हुई।

अब तक 110% बारिश, कई जिलों में रिकॉर्ड

मौसम विभाग के अनुसार, इस सीजन में अब तक मध्यप्रदेश में 40.6 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि सामान्य औसत 37 इंच है। यानी 110% बारिश दर्ज हुई है। गुना जिले में सर्वाधिक 63.1 इंच पानी गिरा है, जो सामान्य से 30 इंच अधिक है। श्योपुर और मंडला में 55.8 इंच, शिवपुरी में 53.3 इंच, जबकि इंदौर और उज्जैन संभाग में औसत से ज्यादा वर्षा हो चुकी है। वहीं, खरगोन (25.1 इंच), खंडवा (25.4 इंच) और बुरहानपुर (25.5 इंच) में सबसे कम बारिश दर्ज की गई।

उज्जैन जिले की स्थिति

कलेक्टर कार्यालय से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, 5 सितंबर की सुबह तक जिले में औसत 726.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। पिछले वर्ष इसी अवधि में यह आंकड़ा 656.9 मिमी था। बीते 24 घंटों में जिले में औसतन 24.8 मिमी पानी गिरा। सबसे अधिक बारिश बड़नगर (67 मिमी) और नागदा (65 मिमी) में दर्ज की गई। अब तक खाचरौद तहसील में 902 मिमी, नागदा में 859.1 मिमी, बड़नगर में 775 मिमी, तराना में 844.9 मिमी और उज्जैन तहसील में 771 मिमी बारिश हो चुकी है।

कुल मिलाकर, मानसून के आखिरी चरण में भी प्रदेश में बारिश का जोर बना हुआ है। डैमों के गेट खुलने से नदी-नालों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की अपील की है।

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