जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्य प्रदेश में सितंबर महीने की शुरुआत से ही मानसून सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग के अनुसार ‘लो प्रेशर एरिया’ और मानसून ट्रफ अभी प्रदेश से दूर है, जिसके चलते अगले 3 दिन तक प्रदेश में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश का अनुमान है। वहीं, बुधवार को रतलाम-मंदसौर समेत 5 जिलों में तेज बारिश हो सकती है। बता दें, गुरुवार 5 सितंबर से बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का नया क्षेत्र बन रहा है, जिससे इंदौर, रतलाम और धार में बारिश की संभावना है। खासकर, राजस्थान और गुजरात से लगे जिलों में भारी बारिश हो सकती है। वहीं, अन्य जिलों में रुक-रुककर हल्की बारिश होगी।
अगले 24 घंटे में सक्रिय हो रहा है नया सिस्टम
वर्तमान में प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। पश्चिम-मध्य और उत्तर-पश्चिमी अरब सागर पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र सक्रिय है, जबकि पश्चिमी विदर्भ में भी लो प्रेशर बना हुआ है। मानसून की ट्रफ रेखा जैसलमेर, उदयपुर, विदर्भ, रामागुंडम होते हुए बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है, जिसके असर से आज इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और शहडोल संभाग के कुछ जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। गुरुवार को बंगाल की खाड़ी में एक नया कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है, जिससे गुजरात-राजस्थान से लगे जिलों में भारी वर्षा हो सकती है।
मध्य प्रदेश में 1 जून से 3 सितंबर 2024 तक औसतन 896.8 मिमी बारिश हो चुकी है, जो सामान्य औसत 808.2 मिमी से 11 मिमी अधिक है। सबसे अधिक बारिश मंडला में 1198.7 मिमी दर्ज की गई, जो औसत से 17 मिमी ज्यादा है। सिवनी में 1172.8 मिमी बारिश हुई, जो औसत से 36 मिमी अधिक है। श्योपुर में 1066 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो औसत 590.2 मिमी से 81 मिमी ज्यादा है।