‘मन की बात’ में विज्ञान, विरासत और वीरता की झलक: पीएम मोदी ने युवाओं से लेकर मराठा गौरव तक को सराहा, खुदीराम बोस को दी श्रद्धांजलि; कार्यक्रम की शुरुआत में PM ने शुभांशु शुक्ला से की चर्चा!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 124वें एपिसोड के माध्यम से देशवासियों को संबोधित किया। इस बार का एपिसोड विज्ञान, विरासत, युवा उपलब्धियों और राष्ट्रीय गौरव से ओतप्रोत रहा। कार्यक्रम की शुरुआत प्रधानमंत्री ने अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की चर्चा से की और कहा कि उनके पृथ्वी पर लौटते ही जैसे पूरा देश हर्ष से झूम उठा।

मोदी ने कहा कि शुभांशु जैसे युवाओं ने देश में साइंस और स्पेस को लेकर नई ऊर्जा और जिज्ञासा जगाई है। छोटे-छोटे बच्चे अब खुद को अंतरिक्ष यात्री, वैज्ञानिक और चंद्रयान मिशन का हिस्सा बनने की कल्पना करने लगे हैं। उन्होंने चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग को याद करते हुए कहा कि वह क्षण पूरे देश के लिए प्रेरणादायक बन गया।

प्रधानमंत्री ने इस बार भारत की ऐतिहासिक धरोहरों को लेकर भी एक अहम घोषणा साझा की। उन्होंने बताया कि UNESCO ने 12 मराठा किलों को वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स के रूप में मान्यता दी है। इनमें से 11 किले महाराष्ट्र में हैं और एक तमिलनाडु में। हर किला शिवाजी महाराज की शौर्यगाथा और भारत की समृद्ध सैन्य परंपरा का प्रतीक है। उन्होंने साल्हेर, शिवनेरी और खानदेरी जैसे किलों का विशेष उल्लेख किया, जो मराठा स्वाभिमान और रणनीतिक दृष्टि के अद्वितीय उदाहरण हैं।

प्रधानमंत्री ने भारत के टेक्सटाइल सेक्टर में आए बदलाव पर भी रोशनी डाली। उन्होंने बताया कि भारत में इस समय 3000 से अधिक टेक्सटाइल स्टार्टअप्स कार्यरत हैं, जो देश की विविध सांस्कृतिक विरासत को आधुनिक बाजारों से जोड़ रहे हैं। उन्होंने गांवों की महिलाओं, शहरों के डिजाइनर्स और बुजुर्ग बुनकरों के सहयोग से बने इस इकोसिस्टम को भारत की “साझी प्रगति” का सुंदर उदाहरण बताया।

एक और ऐतिहासिक पहल के तहत पीएम मोदी ने ‘ज्ञान भारतम् मिशन’ की जानकारी दी। इस मिशन के अंतर्गत प्राचीन पांडुलिपियों को डिजिटाइज कर एक नेशनल डिजिटल रिपॉजिटरी में संरक्षित किया जाएगा। इसमें विज्ञान, चिकित्सा, संगीत, दर्शन और भारतीय जीवन दृष्टि से जुड़ी दुर्लभ जानकारी संरक्षित होगी, जो वैश्विक शोधकर्ताओं के लिए सुलभ होगी।

प्रधानमंत्री ने भारत के खेल क्षेत्र में मिली एक बड़ी सफलता का जिक्र करते हुए बताया कि अमेरिका में आयोजित वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स में भारत ने करीब 600 मेडल जीतकर टॉप-3 देशों में अपनी जगह बनाई। यह टूर्नामेंट ओलंपिक के बाद दुनिया का सबसे बड़ा स्पोर्ट्स इवेंट माना जाता है, जिसमें दुनिया भर के पुलिसकर्मी और फायर फाइटर्स हिस्सा लेते हैं।

‘मन की बात’ के इस एपिसोड में पीएम मोदी ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी खुदीराम बोस को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने मात्र 18 साल की उम्र में देश के लिए प्राण त्याग दिए थे। पीएम ने मुजफ्फरपुर जेल की उस ऐतिहासिक सुबह को याद किया, जब खुदीराम को फांसी दी गई थी। उन्होंने कहा कि ऐसे बलिदान हमें देश के प्रति अपने कर्तव्यों को याद दिलाते हैं।

पीएम मोदी ने यह भी बताया कि ‘मन की बात’ अब 22 भारतीय भाषाओं, 29 बोलियों और 11 विदेशी भाषाओं में प्रसारित होता है। फ्रेंच, चाइनीज, बर्मी और अरबी जैसी भाषाओं में इसका प्रसारण 500 से अधिक ब्रॉडकास्टिंग केंद्रों के माध्यम से किया जाता है।

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