पद्मनाभस्वामी मंदिर में स्मार्ट ग्लास के जरिए जासूसी की कोशिश? गुजरात के श्रद्धालु के चश्मे से मिले सीक्रेट कैमरे, मंदिर परिसर में मचा हड़कंप!

You are currently viewing पद्मनाभस्वामी मंदिर में स्मार्ट ग्लास के जरिए जासूसी की कोशिश? गुजरात के श्रद्धालु के चश्मे से मिले सीक्रेट कैमरे, मंदिर परिसर में मचा हड़कंप!

जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम स्थित श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर एक बार फिर चर्चा में आ गया है—इस बार श्रद्धा या भव्यता को लेकर नहीं, बल्कि एक संवेदनशील सुरक्षा चूक और संभावित जासूसी के प्रयास को लेकर। मंदिर प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों के कान उस वक्त खड़े हो गए जब 66 वर्षीय सुरेंद्र शाह नाम के एक श्रद्धालु को स्मार्ट ग्लास पहनकर मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया। गुजरात निवासी सुरेंद्र शाह को रविवार शाम मंदिर के सुरक्षाकर्मियों ने मुख्य द्वार पर ही हिरासत में ले लिया, जब उनके हावभाव संदेहास्पद लगे।

जांच के दौरान चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि सुरेंद्र शाह के साधारण दिखने वाले चश्मे में छुपे हुए सीक्रेट कैमरे लगे थे। ये हाई-टेक स्मार्ट ग्लास, जिनका उपयोग आमतौर पर रिकॉर्डिंग, निगरानी या जासूसी गतिविधियों में किया जाता है, पद्मनाभस्वामी मंदिर जैसे अति-संवेदनशील धार्मिक स्थल में ले जाना पूरी तरह प्रतिबंधित है। मंदिर में मोबाइल, कैमरा और किसी भी रिकॉर्डिंग उपकरण के साथ प्रवेश सख्त मना है, ताकि मंदिर की गोपनीयता, गरिमा और सुरक्षा को खतरा न पहुंचे।

बीएनएस धारा 223 के तहत केस दर्ज, पूछताछ जारी

मामले की गंभीरता को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने सुरेंद्र शाह के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 223 के तहत एफआईआर दर्ज कराई है। यह धारा लोक सेवकों के वैध आदेशों की अवहेलना से संबंधित है। हालांकि, पुलिस का कहना है कि इस स्तर पर किसी ‘दुर्भावनापूर्ण इरादे’ की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन पूरे मामले की गहराई से जांच की जा रही है। शाह को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया गया है और संभव है कि आने वाले दिनों में डिजिटल फोरेंसिक जांच के तहत उसके चश्मे और अन्य उपकरणों की पड़ताल की जाए।

मंदिर प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां इस घटना को हल्के में नहीं ले रहीं। ऐसे हाई-टेक उपकरण का मंदिर परिसर में पहुंचना न केवल धार्मिक भावनाओं का उल्लंघन है, बल्कि यह मंदिर की गुप्त संपत्ति और सुरक्षा व्यवस्था के लिए भी खतरा बन सकता है। यह वही मंदिर है जिसकी तिजोरियों में छिपे खजाने की कल्पना मात्र से दुनिया चौंक उठी थी। ऐसे में किसी तकनीकी डिवाइस के ज़रिए अंदर की छवियों या गतिविधियों को रिकॉर्ड करने की कोशिश को सामान्य नहीं माना जा सकता।

बता दें, पद्मनाभस्वामी मंदिर भारत के सबसे धनी, भव्य और रहस्यमय मंदिरों में से एक है। यह मंदिर भगवान विष्णु के पद्मनाभ रूप को समर्पित है और इसकी वास्तुकला, स्वर्ण शिखर और विशाल मूर्ति इसे विशिष्ट बनाते हैं। यह मंदिर न केवल केरल की आस्था और संस्कृति का प्रतीक है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी इसकी पहचान एक रहस्य और संपदा से भरे मंदिर के रूप में है। पुरुषों को केवल धोती और महिलाओं को साड़ी पहनकर ही प्रवेश की अनुमति है। यह मंदिर इतनी गंभीरता से अपनी परंपराओं और सुरक्षा का पालन करता है कि यहां मोबाइल या इलेक्ट्रॉनिक गैजेट ले जाना भी मना है।

Leave a Reply