जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बुधवार को स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने एक बेहद खतरनाक ऑपरेशन को अंजाम देते हुए झारखंड के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर आशीष रंजन उर्फ छोटू धनबादिया को मुठभेड़ में मार गिराया। छोटू पर झारखंड सरकार ने ₹4 लाख का इनाम घोषित किया था और उस पर 20 से अधिक संगीन आपराधिक मामले दर्ज थे।
पुलिस के मुताबिक, STF को इनपुट मिला था कि छोटू प्रयागराज के शंकरगढ़ इलाके में अपने साथी के साथ किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। सर्विलांस के ज़रिए उसकी लोकेशन ट्रेस हुई और तुरंत घेराबंदी की गई। शिवराज चौराहे पर जैसे ही छोटू बाइक से पहुंचा, STF ने उसे रोकने का प्रयास किया। जवाब में छोटू ने AK-47 निकालकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी।
करीब 10 मिनट तक चली मुठभेड़ में 46 राउंड फायरिंग हुई, जिसमें STF ने 16 राउंड जवाबी फायर किए। इसी क्रॉस फायरिंग में छोटू को गोली लग गई। उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इस मुठभेड़ का वीडियो भी सामने आया, जिसमें STF जवान घायल बदमाश को एंबुलेंस की ओर ले जाते दिख रहे हैं। पास में खड़ी एम्बुलेंस से उसे अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
कौन था छोटू धनबादिया?
आशीष रंजन उर्फ छोटू धनबादिया झारखंड के धनबाद का रहने वाला था और कुख्यात अपराधी अमन सिंह के गिरोह में बतौर शूटर काम करता था। धीरे-धीरे उसने खुद का नेटवर्क बनाना शुरू किया और अमन से मतभेद के बाद जेल में ही उसकी हत्या करवाई। पूछताछ में सामने आया कि अमन की जेल में हत्या का मास्टरमाइंड छोटू ही था।
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, छोटू ने 2019 से 2023 के बीच कई हत्याएं की थीं, जिनमें कोयला व्यापारी, जमीन कारोबारी और गैंग वर्चस्व को लेकर की गई हत्या शामिल हैं। वह सिर्फ झारखंड और बिहार में ही नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश की कई गैंगों को भी हाईटेक हथियार जैसे AK-47 और पिस्टल की सप्लाई करता था। सूत्रों के अनुसार, वह वारदातों के बाद अक्सर यूपी में छिप जाता था।
STF के लिए बड़ी सफलता
इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम देना STF के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। STF इंस्पेक्टर जयप्रकाश राय और उनकी टीम ने पूरी प्लानिंग के साथ छोटू को ट्रैक किया और आम नागरिकों को नुकसान पहुंचाए बिना उसे पकड़ने की कोशिश की। हालांकि छोटू ने हथियार से हमला कर स्थिति को बेहद खतरनाक बना दिया था।