गुजरात दौरे पर मुख्यमंत्री डॉ.यादव: सूरत में आयोजित “जल संचय” कार्यक्रम में हुए शामिल, बोले – देश की प्रमुख नदियों का मायका है मध्यप्रदेश

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 13 अक्टूबर रविवार को गुजरात के सूरत में आयोजित “जल संचय” कार्यक्रम में शामिल हुए। सूरत के इंडोर स्टेडियम में आयोजित हुए इस कार्यक्रम में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी. आर. पाटिल ने मध्यप्रदेश की सराहना की

कार्यक्रम में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी. आर. पाटिल ने नदी जोड़ो अभियान में मध्यप्रदेश के योगदान की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नदियों को जोड़ने की परियोजना जल्द ही शुरू की जाएगी। उन्होंने मध्यप्रदेश के निवासियों द्वारा जल-संरक्षण के क्षेत्र में उठाए गए कदमों की भी सराहना की और बताया कि भू-जल संचयन के लिए मध्यप्रदेश के 3500 गांवों में 14 हजार बोर कराने का संकल्प लिया गया है, जो अत्यंत प्रशंसनीय है।

वहीं, कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व का ही सुफल है कि जल संरक्षण को राष्ट्रीय प्राथमिकता बनाने का संकल्प साकार हो रहा है। सूरत से आरंभ हुआ यह अभियान जीवन देने का अभियान है और जल संचय- जन भागीदारी कार्यक्रम के उद्देश्य की प्राप्ति के लिए मध्यप्रदेश कदम से कदम मिलाकर चलने को तत्पर है। उन्होंने कहा की मुझे अत्यधिक खुशी और संतोष है कि जल संरक्षण को एक पुण्य कार्य मानते हुए ‘नदियों के मायका’ मध्यप्रदेश में चलाए जा रहे ‘जल गंगा संवर्धन अभियान’ के साथ-साथ विभिन्न जनभागीदारी पहलों के माध्यम से जल संचयन और संरक्षण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए हैं। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा हम सभी भारत को जल संरक्षण के वैश्विक प्रतीक के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से Reduce, Reuse, Recharge & Recycle के सिद्धांतों को अपनाते हुए ‘जल-सुरक्षित भविष्य’ की दिशा में निरंतर प्रयासरत हैं।

मध्यप्रदेश दो नदी जोड़ो परियोजनाओं को क्रियान्वित करने वाला देश पहला राज्य बना

उन्होंने कहा की कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य बना है, जहां नदी जोड़ो अभियान के अंतर्गत दो परियोजनाओं का क्रियान्वयन आरंभ हो रहा है। 1. मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के बीच केन-बेतवा नदी जोड़ने के अभियान के साथ-साथ मध्यप्रदेश और राजस्थान के बीच चंबल- पार्वती- काली सिंध लिंक परियोजनाएं जल्द ही वास्तविकता का रूप लेंगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि मध्यप्रदेश में लगभग 3,500 गांवों के 13,000 से अधिक निवासियों ने जल गंगा अभियान के तहत जल भंडारण क्षमता को बढ़ाने के लिए 10,000 से अधिक पोखरों, तालाबों, कुओं और बावड़ियों का पुनर्निर्माण किया है।

गंगाजल को सहेजने में केंद्रीय मंत्री सी. आर. पाटिल ने दिया महत्वपूर्ण योगदान – मुख्यमंत्री डॉ.यादव

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भारतीय संस्कृति और पौराणिक कथाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि महादेव ने गंगा को अपनी जटाओं में धारण किया और भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को उठाकर जल संरक्षण के महत्व को उजागर किया। जिस प्रकार भागीरथ ने मां गंगा को धरती पर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, उसी प्रकार केंद्रीय मंत्री सी. आर. पाटिल ने गंगाजल के संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। गुजरात की भूमि यश और समृद्धि का प्रतीक है, जहां भगवान श्रीकृष्ण ने द्वारका से यश अर्जित किया। गुजरात ने महात्मा गांधी और सरदार वल्लभ भाई पटेल जैसे महान नेताओं को जन्म दिया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश निरंतर प्रगति की ओर बढ़ रहा है। भारत की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठा बढ़ी है और सभी देश प्रधानमंत्री श्री मोदी के साथ मधुर संबंध स्थापित करने के लिए उत्सुक हैं।

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