जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश अब सिर्फ देश के हृदय में स्थित राज्य नहीं, बल्कि औद्योगिक और निवेश के नए हब के रूप में तेजी से उभर रहा है। राज्य के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कोलकाता के JW मैरियट होटल में उद्योगपतियों के साथ इंटरैक्टिव सेशन आयोजित किया, जिसमें मध्यप्रदेश की निवेश संभावनाओं और औद्योगिक विकास पर विस्तार से चर्चा हुई।
इस सेशन में राज्य ने कुल 14,600 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव हासिल किए, जो टेक्सटाइल, गारमेंट, ऊर्जा और फूड प्रोसेसिंग जैसे विभिन्न सेक्टरों में रोजगार के बड़े अवसरों को जन्म देंगे। अनुमानित रोजगार 16,900 से अधिक है।
पीएम मित्रा पार्क – टेक्सटाइल सेक्टर में नई क्रांति
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उद्योगपतियों को बताया कि धार जिले में स्थापित पीएम मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजन एंड अपैरल (PM MITRA) पार्क देश को वैश्विक वस्त्र महाशक्ति बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
मुख्य विशेषताएं:
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क्षेत्रफल: 2,158 एकड़ से अधिक
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अनुमानित लागत: ₹2,000 करोड़
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रोजगार सृजन: लगभग 3 लाख – 1 लाख प्रत्यक्ष, 2 लाख अप्रत्यक्ष
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आधुनिक ग्रीनफील्ड परियोजना: स्ट्रॉर्म वॉटर ड्रेनेज, जल आपूर्ति, अपशिष्ट और सीवेज सिस्टम, 220 KVA सबस्ट्रेशन, SCADA-नियंत्रित यूटिलिटीज़
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सहायक इंफ्रास्ट्रक्चर: 20 MLD कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट, महिला कर्मचारियों और श्रमिकों के लिए आवास, 10 MVA सौर ऊर्जा संयंत्र, 81 प्लग-एंड-प्ले यूनिट्स
डॉ. यादव ने निवेशकों को भरोसा दिलाया कि पीएम मित्रा पार्क सुरक्षित, पारदर्शी और स्थिर निवेश का अवसर है। टेक्सटाइल और गारमेंट सेक्टर के विकास के साथ यह पार्क रोजगार और आर्थिक वृद्धि में भी नए आयाम खोलेगा।
14,600 करोड़ के निवेश प्रस्ताव – कौन कहाँ लगा रहा है?
सेशन में प्रमुख निवेश प्रस्ताव इस प्रकार हैं:
निवेशक | कंपनी | सेक्टर | निवेश राशि (करोड़) | अनुमानित रोजगार |
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पवन कुमार रूइया | रूईया ग्रुप | मल्टी सेक्टर | 4,200 | 5,000 |
ज्ञानेश चौधरी | विक्रम सोलार | नवकरणीय ऊर्जा | 10,150 | 9,000 |
यशवर्धन अग्रवाल | इसेन बायोग्रीन/आयुरवृद्धि | फूड प्रोसेसिंग | 150 | 400 |
विपुल कंसाल | अजंता शूज | फुटवियर | 100 | 2,500 |
इन निवेश प्रस्तावों से मध्यप्रदेश में न सिर्फ रोजगार के अवसर बढ़ेंगे बल्कि राज्य वैश्विक स्तर पर निवेशक-हितैषी हब के रूप में स्थापित होगा।
क्यों मध्यप्रदेश है निवेशकों के लिए खास?
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि मध्यप्रदेश की सफलता के पीछे कई कारण हैं:
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रणनीतिक भौगोलिक स्थिति – पूरे देश से आसान कनेक्टिविटी
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विश्वस्तरीय आधारभूत ढांचा – औद्योगिक कॉरिडोर, लॉजिस्टिक हब, रोड, रेल और हवाई नेटवर्क
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औद्योगिक शांति – हड़ताल या व्यवधान से निवेश प्रभावित नहीं
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सस्ती बिजली – लगभग ₹4.50 प्रति यूनिट
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सुलभ नीतियां और सक्रिय सरकारी सहयोग – निवेशकों के लिए आसान प्रक्रियाएं
इसके साथ ही, राज्य में उत्पादन, लॉजिस्टिक्स और वितरण की सुव्यवस्था निवेशकों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धात्मक लाभ देती है।
उद्योगपतियों की राय
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पवन कुमार रूइया (रूइया ग्रुप): “मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव देश के सबसे शिक्षित और दूरदर्शी नेताओं में से हैं। हमारा निवेश केवल व्यावसायिक नहीं, बल्कि राज्य के साथ दीर्घकालिक साझेदारी है।”
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पुष्कर अग्रवाल (श्याम मेटालिक्स): “सूचना प्रौद्योगिकी, सोलर, विंड एनर्जी, मिनरल्स और फूड प्रोसेसिंग में मध्यप्रदेश अपार संभावनाएं रखता है।”
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हर्ष अग्रवाल (प्रताप ग्रुप): “यह राज्य निवेश के लिए भारत का सबसे आकर्षक केंद्र बन चुका है।”
कोलकाता में आयोजित इस इंटरैक्टिव सेशन ने यह साबित कर दिया कि मध्यप्रदेश अब निवेशकों के लिए भरोसेमंद और आकर्षक राज्य बन चुका है। पीएम मित्रा पार्क और अन्य औद्योगिक हब राज्य की टेक्सटाइल, गारमेंट और अन्य सेक्टरों में निवेशकों के लिए सुरक्षित, लाभकारी और रोजगार सृजनकारी अवसर प्रदान करेंगे।
आने वाले सालों में जब धार का पीएम मित्रा पार्क पूरी क्षमता से काम करेगा, तो मध्यप्रदेश भारत के औद्योगिक और टेक्सटाइल मानचित्र पर एक चमकता सितारा बन जाएगा।