जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। बीते कुछ दिनों से ठंडी हवाओं ने ठंड का असर बढ़ा दिया था, लेकिन अब एक नया बदलाव देखने को मिल रहा है। प्रदेश के कई इलाकों में घना कोहरा छाया हुआ है और हवाओं में नमी की वजह से तापमान में गिरावट आई है।
मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर भारत में सक्रिय हो रहा पश्चिमी विक्षोभ मध्य प्रदेश के मौसम पर असर डालने वाला है। इसके चलते प्रदेश के कई जिलों में बारिश और ओलावृष्टि होने की संभावना जताई जा रही है। इस सिस्टम के चलते 28 दिसंबर तक प्रदेश के प्रमुख शहरों जैसे इंदौर, भोपाल, जबलपुर, नर्मदापुरम में भारी बारिश हो सकती है, साथ ही ओलावृष्टि की भी संभावना है।
मौसम विभाग ने इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, भोपाल, अशोकनगर, भिंड, शिवपुरी, दतिया, सीहोर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल, बुरहानपुर, खंडवा, नरसिंहपुर, अलीराजपुर, छतरपुर, दमोह, पन्ना, सागर, डिंडोरी, अनूपपुर, उमरिया, निवाड़ी, शहडोल जैसे जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। इन इलाकों में शुक्रवार, शनिवार और रविवार को गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है।
वहीं, मौसम विभाग का कहना है कि इन बारिशों के साथ ओलावृष्टि भी हो सकती है, जिससे किसानों को नुकसान हो सकता है। विशेष रूप से ठंडी हवाओं और ओलावृष्टि का असर फसलों पर देखने को मिल सकता है। हालांकि, बारिश किसानों के लिए राहत की बात है, जो इस समय सूखा और कम बारिश से जूझ रहे थे।
बारिश और ओलावृष्टि के बाद एक बार फिर प्रदेश में कड़ाके की ठंड का असर देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, जैसे ही बारिश का दौर खत्म होगा, नमी के कारण तापमान में और गिरावट आएगी। इसके साथ ही ठंडी हवाएं एक बार फिर से प्रदेश में दस्तक देंगी, जिससे ठिठुरन और बढ़ सकती है।