जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश में विधानसभा और लोकसभा चुनावों में ‘लाड़ली बहना योजना’ को गेम चेंजर माना गया था। लेकिन अब इस योजना में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। योजना के 607 लाभार्थियों की किस्तें उत्तर प्रदेश के दो खातों में पहुंच गईं, जिससे हड़कंप मच गया।
बता दें, सिद्धार्थनगर के हरैया गांव निवासी गीता के खाते में योजना की कई बार 1,250 रुपये की किस्तें ट्रांसफर होकर कुल 6.92 लाख रुपये जमा हो गए। इसी तरह, उदयपुर कस्बे के आशुतोष पाठक के खाते में 67 हजार रुपये पहुंचे। बड़ी रकम का मैसेज मिलने पर गीता ने बैंक को इसकी सूचना दी। हालांकि, गीता ने बैंक को तुरंत इसकी सूचना दी, जिसके बाद जांच में पता चला कि 1,250 रुपये की कई किस्तें गलती से उनके खातों में भेजी गईं।
जिसके बाद सेंट्रल बैंक ने क्षेत्रीय कार्यालय अयोध्या से तुरंत कार्रवाई कर दोनों खातों के लेन-देन पर रोक लगा दी। बैंक प्रबंधक ने इसे डेटा फीडिंग की गलती बताया। गीता और आशुतोष ने बैंक में लिखित शिकायत दर्ज कराई, और मामला अब उच्च स्तर पर जांच के अधीन है।
वहीं, इस घटना ने सरकारी योजनाओं के प्रबंधन और डेटा निगरानी की खामियों को उजागर किया है। यह गड़बड़ी एक ऐसे समय में हुई है जब यह योजना राजनीतिक सफलता का प्रतीक बन चुकी थी। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही राशि को सही खातों में वापस किया जाएगा।