डॉक्टरों की पहली पसंद बन रही अलसी: हार्ट, वजन और बालों के लिए भी फायदेमंद

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

आजकल की दौड़ती-भागती जिंदगी और अनियमित खानपान के बीच कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ना एक आम समस्या बनती जा रही है। खासकर बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) शरीर के लिए कई गंभीर बीमारियों का कारण बनता है। ऐसे में दवाओं से पहले अगर कुछ प्राकृतिक और असरदार विकल्पों की बात करें, तो अलसी (Flaxseed) सबसे ऊपर आता है। यह छोटा सा बीज अपने भीतर वो ताकत रखता है, जो न सिर्फ कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है, बल्कि हृदय, पाचन और हड्डियों के लिए भी रामबाण माना जाता है।

अलसी में क्या है खास?

अलसी के बीज पोषण का ऐसा पिटारा हैं, जिसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड, फाइबर, प्रोटीन, कैल्शियम, और एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं। खास बात ये है कि ये सारे तत्व शरीर के अंदर कई स्तर पर काम करते हैं – कोशिकाओं की मरम्मत से लेकर रक्त प्रवाह को बेहतर बनाने तक। ओमेगा-3 फैटी एसिड, जो आमतौर पर मछली में पाया जाता है, अलसी का एक प्रमुख तत्व है – और यह शाकाहारियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं।

बैड कोलेस्ट्रॉल से कैसे लड़ता है अलसी?

विज्ञान कहता है कि अलसी में मौजूद घुलनशील फाइबर (soluble fiber) शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल को बांधने का काम करता है और उसे शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है। इससे रक्त में मौजूद LDL यानी बैड कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है। इसके साथ ही, यह HDL यानी गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में सहायक होता है, जो हृदय को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक है। अलसी धमनियों में प्लाक जमा होने से रोकती है, जिससे हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा भी घटता है।

सिर्फ दिल ही नहीं, वजन, हड्डी और बालों के लिए भी फायदेमंद

अलसी का सेवन करने से भूख कम लगती है, क्योंकि इसका फाइबर पेट को लंबे समय तक भरा महसूस कराता है। इससे अनचाहा खाने से बचाव होता है और वजन घटाने में सहायता मिलती है। कैल्शियम की मात्रा अधिक होने के कारण यह हड्डियों की मजबूती के लिए भी बेहद फायदेमंद है। वहीं, इसके नियमित सेवन से बालों में दोमुंहेपन की समस्या, डैंड्रफ और स्कैल्प इरिटेशन से भी राहत मिलती है।

अलसी की चटनी: स्वाद और सेहत दोनों का कॉम्बो

अगर आप अलसी को अपनी डाइट में शामिल करना चाहते हैं तो अलसी की चटनी एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है। इसे बनाने के लिए सबसे पहले तवे पर अलसी के बीजों को धीमी आंच पर सेंक लें। फिर कुछ लहसुन की कलियों को भी साथ में भून लें। अब दोनों को मिक्सी में पीस लें। एक बर्तन में निकालकर इसमें सरसों का तेल और स्वादानुसार नमक मिलाएं। चाहें तो ऊपर से सरसों और करी पत्ते का तड़का भी लगा सकते हैं, जिससे इसका स्वाद और बढ़ जाएगा।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक अलसी का सेवन यदि रोजाना एक सीमित मात्रा में किया जाए – जैसे कि एक या दो चम्मच पिसी हुई अलसी – तो यह शरीर को प्राकृतिक रूप से बैलेंस में लाने में मदद करती है। खासकर उन लोगों के लिए जो डायबिटीज, मोटापा या हार्ट डिजीज के रिस्क जोन में हैं, उनके लिए यह एक नेचुरल रक्षक का काम कर सकती है।

ध्यान रखने योग्य बातें:

हालांकि अलसी के फायदे कई हैं, लेकिन इसका अधिक सेवन कब्ज, हार्मोनल असंतुलन या दवाओं के साथ रिएक्शन भी कर सकता है। खासकर गर्भवती महिलाएं या थायरॉइड के मरीज इसका सेवन डॉक्टर की सलाह से करें।


डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट केवल सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या या डाइट बदलाव से पहले डॉक्टर या पोषण विशेषज्ञ से परामर्श जरूर लें।

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