जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
हरी मूंग दाल, भारतीय रसोई में इस्तेमाल की जाने वाली सबसे पौष्टिक दालों में से एक है। यह न सिर्फ स्वाद में हल्की और सुपाच्य होती है, बल्कि पोषण के मामले में भी बेहद समृद्ध होती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हरी मूंग दाल में प्रोटीन, फाइबर, आयरन, पोटैशियम, विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे कई जरूरी पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो शरीर को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाते हैं।
एनर्जी लेवल बढ़ाने में मददगार
हरी मूंग दाल को ‘नेचुरल एनर्जी बूस्टर’ भी कहा जा सकता है। इसमें मौजूद जटिल कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन का संतुलन शरीर को दिनभर ऊर्जावान बनाए रखने में मदद करता है। खासतौर पर जो लोग वर्कआउट करते हैं, उनके लिए हरी मूंग दाल एक आदर्श भोजन है। यह थकी हुई मसल्स की रिकवरी में सहायक होती है और मसल्स की मजबूती को बढ़ावा देती है।
वज़न घटाने में सहयोगी
अगर आप वजन घटाने की कोशिश कर रहे हैं तो हरी मूंग दाल आपके डाइट प्लान का अहम हिस्सा बन सकती है। इसमें घुलनशील फाइबर की भरपूर मात्रा होती है, जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाती है और पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराती है। इससे ओवरईटिंग से बचा जा सकता है, जो वेट लॉस में एक बड़ी बाधा होती है।
गट हेल्थ को सुधारे
हरी मूंग दाल आपकी गट हेल्थ यानी आंतों के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। इसमें मौजूद फाइबर अच्छे बैक्टीरिया की वृद्धि को प्रोत्साहित करता है, जिससे पाचन बेहतर होता है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। यह एसिडिटी, ब्लोटिंग और गैस की समस्या को भी कम कर सकती है।
इम्यून सिस्टम बनाए मजबूत
हरी मूंग दाल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन्स शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। यह वायरल संक्रमण, सर्दी-खांसी, और मौसमी बीमारियों से बचाव करने में सहायक होती है। नियमित रूप से इसका सेवन करने से इम्यूनिटी बेहतर हो सकती है, जिससे आप कम बीमार पड़ते हैं।
दिल की सेहत के लिए भी असरदार
यह दाल दिल को भी मजबूत बनाती है। हरी मूंग दाल में पोटैशियम और मैग्नीशियम होता है, जो ब्लड प्रेशर को संतुलित बनाए रखता है। इसके अलावा, इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स एलडीएल (खराब कोलेस्ट्रॉल) को कम करने में मदद करते हैं, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा घटता है।
ब्लड शुगर कंट्रोल करने में भी सहायक
हरी मूंग दाल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है, जिससे यह डायबिटीज के मरीजों के लिए एक बेहतरीन विकल्प बन जाती है। यह धीरे-धीरे पचती है और ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ने नहीं देती।
कैसे करें हरी मूंग दाल का सेवन?
-
भीगी हुई दाल को अंकुरित कर सलाद के रूप में खाएं।
-
सादा उबली दाल को हल्के मसालों के साथ सेवन करें।
-
मूंग दाल खिचड़ी पाचन में आसान होती है और बीमारियों के दौरान बेहद लाभकारी मानी जाती है।
डिस्क्लेमर:
यह लेख सामान्य जानकारी पर आधारित है। किसी भी प्रकार का डाइटरी परिवर्तन या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर या न्यूट्रिशन एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। हरी मूंग दाल से जुड़ी जानकारी और उसके लाभ, व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार बदल सकते हैं।