जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
19 जून 2025 को मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के ग्राम पंचायत तलून स्थित खेल स्टेडियम में विश्व सिकल सेल दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन की खास बात यह है कि इसमें भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगी। उनके साथ राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल, एवं अन्य मंत्रीगण भी इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनेंगे। यह कार्यक्रम न केवल एक जन-जागरूकता आयोजन है, बल्कि मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय सिकल सेल उन्मूलन मिशन 2047 को नई दिशा देने वाला परिवर्तनकारी कदम भी है।
इस अवसर पर जेनेटिक काउंसलिंग जागरूकता वीडियो और प्रभावित गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष दिशा-निर्देश और मॉड्यूल लॉन्च किए जाएंगे। वहीं सिकल सेल स्क्रीनिंग में 100% लक्ष्य प्राप्त करने वाली पंचायतों को विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा — यह न केवल प्रोत्साहन का प्रतीक होगा बल्कि अन्य पंचायतों के लिए प्रेरणा बनेगा।
कार्यक्रम के दिन प्रदेशभर में सिकल सेल को लेकर अनेक गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी। विशेष रूप से 33 सिकल सेल प्रभावित जिलों में विशेष परामर्श शिविर लगाए जाएंगे, जहाँ मरीजों को आनुवंशिक सलाह, इलाज के विकल्प, और आने वाली पीढ़ियों के लिए जरूरी जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। इन शिविरों में उप-केन्द्रों से लेकर जिला अस्पतालों तक प्राथमिक और माध्यमिक स्वास्थ्य संस्थानों को जोड़ा गया है, जहाँ न सिर्फ मरीजों की स्क्रीनिंग होगी, बल्कि उनके परिवारजनों की भी जांच कराई जाएगी।
सिकल सेल रोग से पीड़ित व्यक्तियों और उनके देखभालकर्ताओं को पेन क्राइसिस जैसी आपात स्थितियों में तुरंत मदद और मैनेजमेंट के तरीकों की जानकारी दी जाएगी। प्रभावित जनजातीय और ग्रामीण पंचायतों में अभियान चलाकर गहन स्क्रीनिंग एवं परामर्श की व्यवस्था की जा रही है। इस दौरान राज्य स्तर पर विकसित जेनेटिक काउंसलिंग कार्ड भी वितरित किए जाएंगे, जिससे आम नागरिकों को आनुवंशिक जानकारी को समझने और उसके अनुसार कदम उठाने में आसानी होगी।
इस पूरी पहल को सामाजिक सुरक्षा और आर्थिक सहायता से भी जोड़ा गया है। इसके तहत सिकल सेल पीड़ितों के लिए UDID कार्ड निर्माण हेतु मेगा शिविर लगाए जाएंगे, जिससे उन्हें दिव्यांगता लाभ और सरकारी सहायता योजनाओं से जोड़ने की प्रक्रिया सरल होगी।
अब तक की उपलब्धियों की बात करें तो प्रदेश में 1 करोड़ 5 लाख नागरिकों की स्क्रीनिंग पूरी की जा चुकी है। इनमें से 2 लाख से अधिक वाहक और 28,297 लोग सिकल सेल रोग से पीड़ित पाए गए हैं। 75 लाख 36 हज़ार सिकल सेल कार्ड वितरित किए जा चुके हैं, जो इन नागरिकों को उनकी स्वास्थ्य स्थिति की समझ और इलाज में मदद कर रहे हैं।
इस मिशन की शुरुआत 15 नवंबर 2021 को राज्य हिमोग्लोबिनोपैथी मिशन के रूप में अलीराजपुर और झाबुआ से पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर की गई थी। इसके बाद 1 जुलाई 2023 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इसे शहडोल से राष्ट्रीय स्तर पर लॉन्च किया। वर्तमान में मिशन 33 जिलों के 89 विकासखंडों में सक्रिय रूप से संचालित है, जिनमें पीएम जनमन योजना के अंतर्गत आने वाले 13 अतिरिक्त जिले भी शामिल हैं।
मध्यप्रदेश में मिशन के प्रभाव को और मजबूत करने के लिए AIIMS भोपाल में नवजात शिशुओं की 72 घंटे में जांच के लिए विशेष लैब, इंदौर मेडिकल कॉलेज में बोन मैरो ट्रांसप्लांट यूनिट और रीवा में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की जा चुकी है। इंदौर में अब तक 100 से अधिक सफल बोनमैरो ट्रांसप्लांट किए जा चुके हैं, जो इस बीमारी से लड़ने में एक बड़ी उपलब्धि है।
बता दें, मिशन 2047 का लक्ष्य है — मध्यप्रदेश से सिकल सेल को पूर्णतः समाप्त करना। इस दिशा में सरकार का हर विभाग, हर अधिकारी, और हर स्वास्थ्य कार्यकर्ता समर्पित है।