जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
भारत ने सोमवार को 17 पाकिस्तानी यू-ट्यूब चैनलों पर बैन लगा दिया है, जिनमें प्रमुख चैनल्स जैसे शोएब अख्तर का चैनल, डॉन न्यूज, समा टीवी और जिओ न्यूज शामिल हैं। इन चैनलों पर आरोप है कि ये भारत और उसकी सुरक्षा एजेंसियों के खिलाफ भ्रामक और झूठी खबरें फैला रहे थे। सरकार का कहना है कि इन चैनलों द्वारा फैलाए जा रहे समाचार भारत की सुरक्षा और शांति के खिलाफ थे। इसके अलावा, BBC को भी चेतावनी दी गई है, खासकर पहलगाम हमले की रिपोर्टिंग के दौरान, जहां आतंकवादियों को उग्रवादी के तौर पर पेश किया गया था। यह कदम गृह मंत्रालय की सिफारिशों के बाद उठाया गया है।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बीच इस मामले को लेकर एक अहम बैठक भी हुई, जिसमें राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री को पहलगाम हमले की पूरी जानकारी दी। वहीं जम्मू-कश्मीर विधानसभा में आज एक विशेष सत्र बुलाया गया, जिसमें पहलगाम में मारे गए पर्यटकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस सत्र में उप मुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने एक प्रस्ताव पेश किया, जिसमें पहलगाम हमले की कड़ी निंदा की गई और शहीद सैयद आदिल हुसैन शाह को उनके साहस के लिए सलाम किया गया, जिन्होंने पर्यटकों की जान बचाते हुए अपनी जान गंवाई।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस हमले से जुड़े आतंकवादी नेटवर्क के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रदेशभर में 15 से ज्यादा जगहों पर एक साथ छापेमारी की है। इन छापेमारीयों में उन आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाया गया है, जो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) से गतिविधियां चला रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि यह कार्रवाई डोडा और किश्तवाड़ जिलों से शुरू हुई और आगे बढ़ रही है।
पहलगाम हमले के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने भी अपनी जांच तेज कर दी है। सूत्रों के मुताबिक, आतंकी हमले के दौरान आतंकियों ने चाइनीज ड्रोन का इस्तेमाल किया था। इस ड्रोन का उपयोग उन्होंने हमले से पहले इलाके की रेकी करने और आतंकवादी गतिविधियों की योजना बनाने के लिए किया। जांच में यह भी सामने आया है कि आतंकियों ने अपने हथियारों को घाटी में पहुंचाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया हो सकता है। इसके अलावा, हमले के बाद आतंकी पुलवामा और अनंतनाग की ओर भागे थे, और इन रास्तों पर हलचल देखी गई थी।
बता दें, इस हमले में 26 पर्यटकों की जान जा चुकी है। सरकार ने कहा है कि इस हमले के बाद से जम्मू-कश्मीर पुलिस और NIA इस पूरे मामले की गहरी जांच कर रही है। वहीं, पाकिस्तान से आ रहे आतंकी नेटवर्क को नष्ट करने के लिए भारत ने ठोस कदम उठाए हैं।
इसके साथ ही, उत्तराखंड सरकार ने भी चारधाम यात्रा के लिए पाकिस्तानियों के रजिस्ट्रेशन को रद्द कर दिया है, इसके तहत 77 पाकिस्तानी नागरिकों का रजिस्ट्रेशन कैंसिल किया गया है। यह निर्णय केंद्र सरकार के आदेश के बाद लिया गया है, जिसमें पाकिस्तानियों को भारत में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई है।