जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
देश की राजनीति में कभी युवराज की तरह उभरे पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा के पोते और JDS के पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना अब बेंगलुरु की अग्रहारा सेंट्रल जेल में कैदी नंबर 15528 बन चुके हैं। शनिवार की रात उन्होंने जेल में बतौर एक दोषी बलात्कारी अपनी पहली रात गुजारी, जहां मेडिकल जांच के दौरान वह रोते देखे गए, लेकिन किसी से एक शब्द तक नहीं बोले। अदालत ने उन्हें एक नौकरानी के साथ लंबे समय तक दुष्कर्म करने और ब्लैकमेलिंग के गंभीर आरोपों में आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
स्पेशल कोर्ट के जज संतोष गजानन भट ने रेवन्ना को सिर्फ दोषी ही नहीं ठहराया, बल्कि 11.50 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया, जिसमें से 11.25 लाख रुपए पीड़िता को मुआवजे के रूप में दिए जाएंगे। यह फैसला ना केवल पीड़िता के पक्ष में न्याय की मिसाल बनता है, बल्कि सत्ता और रसूख के दम पर अपराध को ढकने की कोशिशों पर भी सीधा प्रहार करता है।
रेवन्ना के खिलाफ यह मामला 2023 अप्रैल में सामने आया था, जब 47 वर्षीय पीड़िता, जो उनके फार्महाउस में नौकरानी के तौर पर काम करती थी, ने एफआईआर दर्ज करवाई थी। शिकायत के अनुसार, 2021 से कई बार रेप, अश्लील वीडियो बनाकर धमकाने और घटना को सार्वजनिक करने पर बदनाम करने की ब्लैकमेलिंग की गई।
प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ रेप, आपराधिक धमकी, ताक-झांक और अश्लील वीडियो लीक करने जैसी संगीन धाराओं में कुल 4 मामले दर्ज हैं, और यह पहला मामला है जिसमें उन्हें दोषी करार दिया गया है।
हैरान करने वाली बात यह रही कि रेवन्ना के 2,000 से अधिक अश्लील वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर लीक हुए थे, जिनमें कई महिलाओं की निजता को गंभीर रूप से हानि पहुंचाई गई। इन वीडियो के सामने आने के बाद JDS पार्टी ने रेवन्ना को तत्काल निलंबित कर दिया था।
2024 के लोकसभा चुनावों में वह हासन सीट से दोबारा मैदान में उतरे थे, लेकिन जनता ने उन्हें नकारते हुए बुरी तरह हराया। आज वही प्रज्वल रेवन्ना, जो कभी पॉवर पॉलिटिक्स का प्रतीक माने जाते थे, अब जेल की सलाखों के पीछे एक शर्मनाक पहचान के साथ कैद हैं।