जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश की राजनीति में इस समय सबसे बड़ी हलचल नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के विवादित बयान को लेकर मची हुई है। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को लेकर दिए गए उनके बयान के विरोध में कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस ने शनिवार को ऐलान किया है कि प्रदेश के सभी 55 जिलों में महिला कांग्रेस प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी और मंत्री विजयवर्गीय एवं मंत्री विजय शाह की टिप्पणी पर आपत्ति दर्ज कराएगी।
कांग्रेस ने शुक्रवार को ही कई शहरों में सड़कों पर उतरकर विरोध जताया था। राजधानी भोपाल में पार्टी कार्यकर्ताओं ने विजयवर्गीय के बंगले का घेराव किया, जहां पुलिस के साथ उनकी झूमाझटकी भी हुई। कार्यकर्ताओं ने मंत्री के पोस्टर पर बनी जीभ पर गंगाजल छिड़ककर “शुद्धिकरण” किया और शाजापुर में उनके पुतले फूंके। कांग्रेस का कहना है कि यह बयान महिलाओं और भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का अपमान है।
विजय शाह का भी बयान विवादों में
विजयवर्गीय के समर्थन में उतरे मंत्री विजय शाह ने भी खंडवा में एक कार्यक्रम के दौरान बयान देकर विवाद को और बढ़ा दिया। शाह ने विधायक कंचन तनवे की ओर इशारा करते हुए कहा— “ये मेरी सगी बहन भी हैं, तो क्या मैं सार्वजनिक रूप से चुंबन लूंगा? हमारी संस्कृति और सभ्यता इसकी इजाज़त नहीं देती।”
विजयवर्गीय ने दी सफाई
बढ़ते विवाद के बीच शुक्रवार को भोपाल में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सफाई देते हुए कहा कि उनका बयान तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। उन्होंने कहा— “मैंने सिर्फ भारतीय और विदेशी संस्कृति की तुलना की थी। हमारे यहां बहन-भाई के संबंध पवित्र होते हैं। मैं खुद अपनी बहन का सिर चूमता हूं, इसमें किसी तरह की आपत्ति नहीं हो सकती। लेकिन सार्वजनिक रूप से चुंबन करना भारतीय संस्कृति का हिस्सा नहीं है।”
कांग्रेस ने इस्तीफे की मांग की
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने विजयवर्गीय के बयान पर तीखा हमला बोला और उनके इस्तीफे की मांग कर दी। पटवारी ने कहा— “यह सिर्फ राहुल गांधी पर हमला नहीं है, बल्कि भारत की प्राचीन संस्कृति और सभ्यता पर चोट है।”
यह था विजयवर्गीय का विवादित बयान
दरअसल, शाजापुर में गुरुवार को एक कार्यक्रम के दौरान विजयवर्गीय ने कहा था— “हम पुरानी संस्कृति के लोग हैं। हमारी बहनों के गांव जीरापुर में पानी तक नहीं पीते थे। मेरे पिताजी घर से ही लोटा लेकर जाते थे। लेकिन आज के विपक्षी नेता अपनी जवान बहन को बीच चौराहे पर चुंबन करते हैं। क्या आप में से कोई ऐसा करेगा? यह संस्कारों का अभाव है और यह विदेशी संस्कृति है। राहुल गांधी विदेश में पले-बढ़े हैं, इसलिए उनके ऐसे संस्कार हैं।”
कुल मिलाकर, यह बयान अब मध्यप्रदेश की राजनीति में बड़ा मुद्दा बन गया है। एक तरफ कांग्रेस इसे संस्कार और संस्कृति पर हमला बता रही है, वहीं विजयवर्गीय इसे विदेशी बनाम भारतीय संस्कृति की तुलना करार दे रहे हैं। आने वाले दिनों में इस विवाद का असर प्रदेश की राजनीति पर गहराई से देखने को मिल सकता है।