जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
अमेरिका के डेनवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर शनिवार को एक बड़ा विमान हादसा टल गया, जब टेकऑफ के दौरान अमेरिकन एयरलाइंस की एक फ्लाइट में तकनीकी गड़बड़ी के चलते इमरजेंसी ब्रेक लगाने पड़े। फ्लाइट नंबर AA-1286, जो डेनवर से मियामी के लिए उड़ान भरने वाली थी, उस समय रनवे पर ही रुक गई जब अचानक उसके पिछले हिस्से में आग लग गई।
जानकारी के मुताबिक, यह विमान बोइंग कंपनी का 737 मैक्स 8 मॉडल था, जिसमें कुल 173 यात्री और 6 क्रू मेंबर्स सवार थे। घटना स्थानीय समय अनुसार दोपहर करीब 2:45 बजे की है (भारतीय समयानुसार रात 2:15 बजे)। विमान जैसे ही रनवे पर रफ्तार पकड़ने लगा, टेक्निकल फॉल्ट के चलते उसका लैंडिंग गियर फेल हो गया। इसी के बाद विमान के पिछले हिस्से में धुआं उठने लगा और कुछ ही क्षणों में आग लग गई।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पायलट ने तुरंत टेकऑफ को बीच में रोकने का निर्णय लिया। इमरजेंसी प्रोटोकॉल के तहत सभी यात्रियों को विमान से बाहर निकालने के लिए स्लाइड्स का इस्तेमाल किया गया। राहत की बात यह रही कि सभी यात्री सुरक्षित बाहर निकाल लिए गए। हालांकि, इस दौरान छह लोगों को मामूली चोटें आईं, जिनमें से एक को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
फायर डिपार्टमेंट की त्वरित कार्रवाई, विमान सेवा से हटाया गया
फायर डिपार्टमेंट की त्वरित प्रतिक्रिया से रनवे पर फैली आग पर समय रहते काबू पा लिया गया। अमेरिकन एयरलाइंस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि विमान में टायर से जुड़ी तकनीकी गड़बड़ी पाई गई है। प्रारंभिक जांच के आधार पर इस विमान को फिलहाल सेवा से हटा दिया गया है और विस्तृत तकनीकी परीक्षण चल रहा है।
डेनवर एयरपोर्ट प्रशासन के अनुसार, घटना के बाद एक घंटे के लिए रनवे पर ग्राउंड स्टॉप लगाया गया, जिससे 87 उड़ानें प्रभावित हुईं। लेकिन दोपहर 3 बजे के बाद से एयरपोर्ट की सभी सेवाएं सामान्य रूप से चालू हो गईं। यात्रियों को मियामी ले जाने के लिए एयरलाइंस ने एक वैकल्पिक विमान की व्यवस्था की है।
FAA और एयरलाइंस दोनों कर रहे हैं जांच
फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) और अमेरिकन एयरलाइंस दोनों ने इस घटना की संयुक्त जांच शुरू कर दी है। फिलहाल प्राथमिक रिपोर्ट में कहा गया है कि टायर और लैंडिंग गियर से जुड़ी खराबी इस दुर्घटना का कारण बनी। हालांकि विस्तृत जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो सकेगी।
लगातार सवालों के घेरे में बोइंग विमान
गौरतलब है कि यह घटना ऐसे समय पर हुई है जब बोइंग के विमानों को लेकर वैश्विक स्तर पर सवाल उठते रहे हैं। महज कुछ ही हफ्ते पहले, 12 जून को भारत के अहमदाबाद एयरपोर्ट पर एअर इंडिया का एक बोइंग 787-8 विमान टेकऑफ के दो मिनट बाद ही क्रैश हो गया था, जिसमें 270 लोगों की जान चली गई थी। इसके बाद से बोइंग विमान की सुरक्षा को लेकर नई बहस शुरू हो चुकी है।
इतना ही नहीं, मार्च में भी डेनवर एयरपोर्ट पर अमेरिकन एयरलाइंस के एक अन्य विमान को इंजन समस्या के कारण आपात लैंडिंग करानी पड़ी थी। और इस घटना से ठीक 24 घंटे पहले ही साउथवेस्ट फ्लाइट 1496 को कैलिफोर्निया से लास वेगास जाते वक्त मिड-एयर टकराव से बचने के लिए अचानक नोज ड्रॉप करना पड़ा था, जिससे यात्रियों को झटका लगा और कई अपनी सीट से उछलकर छत से टकरा गए।
क्या कहता है यह ट्रेंड?
लगातार सामने आ रही इन घटनाओं ने एयरलाइन कंपनियों और विमान निर्माण कंपनियों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंता बढ़ा दी है। तकनीकी खामियां, पुराने उपकरण, और मानवीय लापरवाही जैसे कई कारण संभावित रूप से इन घटनाओं के पीछे हो सकते हैं। हालांकि, अमेरिकी एविएशन सिस्टम की तत्परता और इमरजेंसी रिस्पॉन्स की वजह से शनिवार का हादसा एक बड़े संकट में तब्दील होने से बच गया।