जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र बुधवार की सुबह उस समय दहशत के साये में आ गया जब यहां स्थित “श्रीनिवास पुलिफैब्रिक्स पैकविल प्राइवेट लिमिटेड” में करीब सुबह 6 बजे भीषण आग लग गई। डायपर निर्माण करने वाली इस फैक्ट्री में आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही मिनटों में कंपनी के बड़े हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया। आग लगते ही चारों ओर धुएं का गुबार और लपटों ने हाहाकार मचा दिया।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और आसपास का इलाका खाली करवाया गया। हालात की गंभीरता को देखते हुए धार, देपालपुर, महू और इंदौर के अलावा प्राइवेट कंपनियों के फायर फाइटर्स को बुलाया गया, जिन्होंने करीब 7 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि जब तक आग बुझाई जाती, तब तक फैक्ट्री का बड़ा हिस्सा राख हो चुका था।
फैक्ट्री मैनेजर अजय ढोली ने जानकारी दी कि प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को आग लगने की वजह माना जा रहा है। कंपनी में मौजूद कच्चा और तैयार माल पूरी तरह जल चुका है, और अंदर की सभी महंगी मशीनें भी आग की भेंट चढ़ गईं। नगर पालिका के पानी के टैंकर लगातार आग बुझाने के प्रयास में जुटे रहे। कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच रहे हैं और नुकसान का वास्तविक आंकलन उन्हीं के आने के बाद हो सकेगा, लेकिन शुरुआती अनुमान के अनुसार करोड़ों रुपये का नुकसान हो सकता है।
आग बुझाने के दौरान एक और बड़ा संकट तब खड़ा हुआ जब तेज गर्मी और आग के चलते कंपनी का पूरा शेड गिर गया। आयशर मोटर्स के फायर फाइटर सोमेश्वर पाठक और राजेंद्र सिंह सेंगर ने बताया कि शेड गिरने से आग बुझाने में भारी दिक्कतें आईं। वहीं पीथमपुर फायर विभाग के अधिकारी सुमेर सिंह मेहडा ने कहा कि कंपनी में बड़ी मात्रा में कॉटन रखी थी, जिससे आग बार-बार भड़क रही थी। तेज हवा ने भी आग को और ज्यादा भड़काने में भूमिका निभाई।
आग अब भले ही बुझ चुकी है, लेकिन फैक्ट्री से अभी भी धुएं का गुबार निकल रहा है। इलाके में फैली बदबू और राख के कारण स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं भी बढ़ गई हैं। गनीमत यह रही कि आग लगने के समय फैक्ट्री में ज्यादा लोग मौजूद नहीं थे, जिससे किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।