जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
बालाघाट के वारासिवनी में एक खौफनाक घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। सोमवार की देर रात एक 20 वर्षीय युवक ने सिर्फ इसलिए अपने माता-पिता पर सब्बल से हमला कर दिया क्योंकि उन्होंने उसे देर रात तक मोबाइल देखने से मना किया था। इस हमले में उसकी मां प्रतिभा कटरे की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि पिता किशोर कटरे अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं।
वारासिवनी एसडीओपी अभिषेक चौधरी के मुताबिक, आरोपी सत्यम कटरे, जो कि मेडिकल एंट्रेंस परीक्षा (नीट) की तैयारी कर रहा था, मोबाइल की लत का शिकार था। उसके माता-पिता सरकारी स्कूल में शिक्षक थे और कई बार उसे समझाने की कोशिश कर चुके थे। लेकिन सोमवार रात जब उन्होंने उसे मोबाइल छोड़ने को कहा, तो वह आपा खो बैठा।
गुस्से में आकर उसने पहले अपने पिता किशोर कटरे के सिर पर सब्बल से वार किया। जब मां प्रतिभा कटरे बीच-बचाव करने आईं, तो उसने उन पर भी बुरी तरह हमला कर दिया। माता-पिता खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर पड़े। इस वारदात के बाद सत्यम को शायद अपने किए पर पछतावा हुआ और उसने खुद डायल 100 पर फोन कर पुलिस को सूचना दी।
गंभीर रूप से घायल माता-पिता को तुरंत गोंदिया के जानकी मल्टी स्पेशिएलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने बताया कि प्रतिभा कटरे के सिर में गहरी चोटें थीं, जिसके चलते उनका ऑपरेशन करना पड़ा, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। मंगलवार रात करीब 7 बजे उन्होंने दम तोड़ दिया। उनके पति किशोर कटरे अभी भी बेहोश हैं और उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
बुधवार सुबह 11 बजे प्रतिभा कटरे का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस घटना के बाद पूरे वारासिवनी में मातम छाया हुआ है। पुलिस ने आरोपी सत्यम कटरे को गिरफ्तार कर लिया है और दोपहर 4 बजे उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। पूछताछ के दौरान वह गुमसुम बैठा रहा और कोई जवाब नहीं दे रहा था। एसडीओपी चौधरी के अनुसार, वह अब माता-पिता की तस्वीरें देखने की जिद कर रहा है।
परिवार के बड़े सदस्य अरविंद कटरे ने बताया कि सत्यम कोटा में नीट की कोचिंग कर चुका था। पहले वह काफी मिलनसार और होशियार था, लेकिन कोटा से लौटने के बाद वह गुमसुम रहने लगा था। वह न ही किसी से ज्यादा बातचीत करता था और न ही घर से बाहर निकलता था।