जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश में मानसून ने इस बार पूरे प्रदेश को हिला कर रख दिया है। मंडला, नरसिंहपुर, उमरिया, शिवपुरी, जबलपुर, रीवा, शहडोल, सागर और ग्वालियर संभाग के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। गुरुवार को मौसम विभाग ने प्रदेश के 14 जिलों में अति भारी और 22 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे आम लोगों की चिंता और बढ़ गई है।
पिछले 24 घंटे में दमोह में सबसे ज्यादा 4.1 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। शिवपुरी में 3 इंच, नौगांव-सतना में 1.8 इंच, टीकमगढ़ में डेढ़ इंच, सागर में 1.1 इंच और रायसेन में 1 इंच बारिश दर्ज हुई। भोपाल में भी रातभर तेज बारिश का सिलसिला जारी रहा।
बारिश के कारण कई जगह हादसे भी हुए। दमोह में एक ड्राइवर ने उफनते नाले से बस निकालने की कोशिश की, लेकिन बस पुलिया से नीचे लटक गई। गनीमत रही कि बस में सवार 6 यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया। वहीं, सागर के बंडा में एक कार उफनते नाले में बह गई। उसमें बैठे तीन लोगों ने किसी तरह कूदकर जान बचाई।
इधर नरसिंहपुर के विपतपुरा गांव में तीन बच्चे नदी में डूब गए। कटनी के बरही थाना क्षेत्र में खेत में धान का रोपा लगाते वक्त आकाशीय बिजली गिरने से चार लोग झुलस गए। सतना में तेज बारिश से एक पेड़ गिर गया, जिससे कई दोपहिया वाहन क्षतिग्रस्त हो गए और एक मकान का चबूतरा भी टूट गया।
मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि प्रदेश में फिलहाल दो ट्रफ लाइन और एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव है। साथ ही लो प्रेशर एरिया भी अगले कुछ दिनों में दिखेगा। इस वजह से अगले चार दिन यानी 13 जुलाई तक प्रदेश के कई हिस्सों में तेज बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। 12 जुलाई को इंदौर और उज्जैन संभागों में भी जोरदार बारिश के आसार हैं।
गुरुवार को जबलपुर, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, दमोह, मंडला, बालाघाट, डिंडौरी, उमरिया, शहडोल और अनूपपुर में अति भारी बारिश का अलर्ट है। इन जिलों में 24 घंटे में करीब 8 इंच तक पानी गिर सकता है। वहीं ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, अशोकनगर, विदिशा, सीहोर, रायसेन, सागर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, कटनी, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में भी भारी बारिश हो सकती है।
गौरतलब है कि इस बार मानसून देश में 8 दिन पहले पहुंच गया था, लेकिन एमपी में यह 16 जून को ही दाखिल हुआ, यानी 1 दिन लेट। हालांकि तीन दिन में ही प्रदेश के 53 जिलों को कवर कर लिया और फिर महज 5 दिन में पूरे प्रदेश में फैल गया। मानसून एक्टिव होने के बाद अब तक प्रदेश में जमकर बारिश हो रही है, जिसने कई जिलों में जलभराव और बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं।
मौसम विभाग ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। नदी-नालों से दूर रहने, खेतों में बिजली गिरने के समय छुपने और कमज़ोर मकानों में न रुकने की अपील की गई है। अगले कुछ दिन राज्य के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकते हैं।