राजा रघुवंशी हत्याकांड: 17 दिन की भागदौड़ के बाद गिरी शिकंजे में सोनम, CRPF सुरक्षा में शिलॉन्ग थाने में रखे गए सभी आरोपी; सीन रीक्रिएशन की तैयारी!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की सनसनीखेज हत्या के मामले में मेघालय पुलिस बड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी पत्नी सोनम रघुवंशी समेत पांच आरोपियों को लेकर शिलॉन्ग पहुंच गई है। इन सभी को वहां के सदर थाने में रखा गया है, जहां सीआरपीएफ की कड़ी सुरक्षा तैनात की गई है। थाने के बाहर भारी भीड़ जमा है, लेकिन किसी को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई है। पुलिस ने सुरक्षा के तहत इन सभी आरोपियों का मेडिकल परीक्षण कराने की तैयारी की है। इसके बाद इन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां आरोपियों की रिमांड ली जाएगी और विस्तृत पूछताछ शुरू होगी।

पुलिस सूत्रों का कहना है कि कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद आरोपियों को वारदात की जगह पर ले जाकर सीन रीक्रिएशन भी कराया जा सकता है ताकि हत्या की साजिश का पूरा सच सामने आ सके।

पूरे मामले में सबसे चौंकाने वाला खुलासा यह हुआ कि राजा रघुवंशी की पत्नी सोनम ही उसकी हत्या की मास्टरमाइंड निकली। शिलॉन्ग पुलिस के मुताबिक सोनम ने 22 मई को ही शिलॉन्ग पहुंचकर राजा को मारने की साजिश रच ली थी। प्लान ए के तहत वह राजा को सेल्फी के बहाने पहाड़ की चोटी पर ले जाकर खाई में धक्का देने वाली थी, लेकिन बारिश और अंधेरे की वजह से योजना उस दिन टालनी पड़ी। इसके बाद अगले दिन 23 मई को वह तीन सुपारी किलर्स के साथ मिलकर पति को पहाड़ पर ले गई और वहां उसकी निर्मम हत्या कर दी। हत्या के बाद सभी आरोपी घटनास्थल से करीब 11 किलोमीटर दूर इकट्ठा हुए और वहां से फरार हो गए।

इतना ही नहीं, सोनम ने हत्या को अंजाम देने के बाद पूरी निर्दयता से खुद को सामान्य दिखाया। 25 मई को वह ट्रेन से शिलॉन्ग से सिलीगुड़ी होते हुए इंदौर लौटी, वहां कुछ दिन किराए के कमरे में रही और फिर एक ड्राइवर की मदद से वाराणसी के रास्ते गाजीपुर पहुंची, जहां से आखिरकार 17 दिन बाद पुलिस के हत्थे चढ़ी।

इस पूरे मामले ने शिलॉन्ग जैसे शांत और पर्यटन केंद्र के रूप में पहचाने जाने वाले शहर को हिलाकर रख दिया है। स्थानीय लोगों में भारी गुस्सा है। दुकानदार कपाल पालिया ने मीडिया से कहा, “यहां के लोग पर्यटकों के साथ हमेशा दोस्ताना व्यवहार करते हैं, कभी कोई गलत हरकत नहीं की। सोनम ने शिलॉन्ग की छवि को नुकसान पहुंचाया है और उसके पिता द्वारा लोकल लोगों पर लगाए गए आरोपों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।”

शिलॉन्ग के एसपी विवेक स्येम ने पुष्टि की है कि तीनों सुपारी किलर्स ने हत्या की साजिश में अपनी भूमिका स्वीकार की है। पुलिस अब इन सभी आरोपियों का आमना-सामना भी करा सकती है, जिससे हत्या के पीछे की मंशा और साजिश की गहराई पूरी तरह उजागर हो सके।

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