जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
सरकारी दफ्तरों की कार्यप्रणाली को लेकर अक्सर सवाल उठते रहते हैं। ताज़ा मामला रीवा के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) कार्यालय से सामने आया है, जहाँ ड्यूटी के दौरान एक कर्मचारी का “आराम फरमाते” हुए फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।
चेंबर बना आरामगाह
वायरल तस्वीर में जिला लेखापाल संतोष तिवारी ऑफिस के भीतर आराम करते हुए दिख रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि उन्होंने सीएमएचओ कार्यालय के चेंबर को ही सोने की जगह बना लिया था। जब कुछ कर्मचारियों ने उन्हें टोका कि यह कार्यालय है, आरामगाह नहीं, तो कथित तौर पर उन्होंने जवाब दिया कि उन्हें किसी से डर नहीं है। इस बयान से ऑफिस का माहौल तनावपूर्ण हो गया।
“जनता परेशान, अफसर आराम में”
मामले पर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता विनोद शर्मा ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा– “जब अधिकारी और कर्मचारी ड्यूटी टाइम में ऑफिस के भीतर नींद पूरी करेंगे, तो जनता घंटों इंतजार क्यों न करे? यही वजह है कि लोग परेशान और त्रस्त रहते हैं। ये लोग जनता की सेवा नहीं, बल्कि सरकारी दामाद बनकर एसी कमरे में आराम करने आए हैं।”
प्रशासन की चुप्पी सवालों के घेरे में
गौर करने वाली बात यह है कि अब तक न तो संतोष तिवारी की ओर से कोई बयान आया है और न ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMHO) या अन्य जिम्मेदार अधिकारी इस पर कुछ बोल रहे हैं। प्रशासन की चुप्पी से लोगों में यह सवाल उठ रहा है कि आखिरकार ऐसे मामलों में कार्रवाई क्यों नहीं की जाती?
जनता में नाराज़गी
स्थानीय लोगों और कर्मचारियों का कहना है कि जिस दफ्तर में जनता की समस्याओं का समाधान होना चाहिए, वहाँ अफसरों का ऐसा रवैया बेहद निराशाजनक है। वायरल तस्वीर ने एक बार फिर से सरकारी दफ्तरों की कार्यशैली और जवाबदेही पर सवाल खड़े कर दिए हैं।