जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मुंबई की खार पुलिस ने डिप्टी CM एकनाथ शिंदे पर पैरोडी सॉन्ग बनाने के आरोप में स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा के खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए बुधवार को दूसरा समन जारी कर दिया है। यह समन BNS सेक्शन 35 के तहत भेजा गया है, जिसके अनुसार कामरा को अब तक की गई पहली पूछताछ के बाद फिर से पुलिस के समक्ष पेश होना होगा।
मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस ने मंगलवार सुबह 11 बजे भी कामरा को खार पुलिस स्टेशन बुलाया था, लेकिन उनके वकील ने 7 दिन का समय मांगा, जिसे पुलिस ने खारिज कर दिया। इस विवाद का मूल कारण वह पैरोडी सॉन्ग है जिसे कामरा ने फिल्म ‘दिल तो पागल है’ के एक गाने की तर्ज पर बनाया था, जिसमें उन्होंने डिप्टी CM एकनाथ शिंदे को ‘गद्दार’ कहकर निशाना बनाया।
इस कटाक्ष के बाद मामला इतना गर्मा कि अब कामरा को जान से मारने की धमकियाँ मिलने लगी हैं। सूत्रों के अनुसार, कामरा को कम से कम 500 धमकी भरे कॉल प्राप्त हुए हैं, जिनमें उन्हें जान से मार डालने और टुकड़े-टुकड़े करने की चेतावनी दी गई है। इन धमकियों ने न केवल कामरा की सुरक्षा को प्रश्नचिह्नित कर दिया है, बल्कि राजनीतिक माहौल में भी काफी हलचल मचा दी है।
विवाद के बीच डिप्टी CM एकनाथ शिंदे ने स्पष्ट करते हुए कहा कि हास्य व्यंग्य करना और कटाक्ष करना गलत नहीं है, परन्तु इसकी एक मर्यादा होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि कटाक्ष करते समय एक शिष्टाचार बनाए रखना आवश्यक है, अन्यथा उसका एक्शन-रिएक्शन भी होता है। शिंदे ने यह भी कहा कि कामरा का यह पैरोडी सॉन्ग ऐसा प्रतीत होता है जैसे उसने सुपारी लेकर हमला कर दिया हो।
इस पूरे मामले में विवाद तब और बढ़ गया जब शिवसेना ने इस पैरोडी को आपत्तिजनक कमेंट बताया। उनके अनुसार, पैरोडी की शुरुआत में ही डिप्टी CM एकनाथ शिंदे के लुक, उनके शिवसेना से बगावत कर विधायकों के साथ गुवाहाटी जाने की बात, उनके ऑटो रिक्शा चलाने और ठाणे के होने का जिक्र किया गया, जिससे शिंदे की छवि पर आक्षेप लगाए गए।
इसके साथ ही, कामरा पर 24 मार्च को FIR दर्ज हो चुकी है। महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने विधानसभा में बताया कि कामरा की कॉल रिकॉर्डिंग (CDR) और बैंक स्टेटमेंट की जांच की जाएगी ताकि पता लगाया जा सके कि इस पूरे षड्यंत्र के पीछे कौन हैं। साथ ही, बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) की टीम ने यूनीकॉन्टिनेंटल होटल में भी कार्रवाई की, जहां शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने इस पैरोडी के विरोध में तोड़फोड़ की। इस घटना में कुल 40 शिवसैनिकों पर FIR दर्ज हो चुकी है।