उज्जैन 06 सितंबर। भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग के एडिशनल सेक्रेटरी श्री नीतेश्वर सिंह ने शनिवार को जिले के आकस्मिक भ्रमण के दौरान बालकों के संप्रेक्षण गृह का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने यहां की व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त करते हुए संस्था में बच्चों के लिए प्रेरक वातावरण हेतु लगातार सुधारात्मक वातावरण निर्मित करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर संयुक संचालक श्री राजेश मेहरा एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी बृजेश त्रिपाठी भी उपस्थित थे।
जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री त्रिपाठी से प्राप्त जानकारी के अनुसार किशोर न्याय बोर्ड के द्वारा ऐसे नाबालिग बच्चे जो विधि के उल्लंघन में विचाराधीन रहते है उन्हें संप्रेक्षण गृह में बोर्ड के आदेश से प्रवेश दिया जाता है तथा उन्हें सुधारात्मक वातावरण देकर उनके विधिक और परिवारिक पुनर्वास के लिए संस्था में सतत गतिविधियां संचालित की जाती हैं।
एडिशनल सेक्रेटरी महोदय के भ्रमण के दौरान संस्था में 20 बच्चे पुनर्वासित पाए गए। बच्चों ने उन्हें मिल रहे प्रशिक्षण शिक्षा खेलकूद व सांस्कृतिक सुविधाओं के बारे मे जानकारी दी।
श्री सिंह ने संप्रेक्षण गृह में आवश्यक भवन विस्तार व मरम्मत सुविधाओं के लिए मौके पर ही निर्देश देते हुए बच्चों को मिलने वाली परामर्श सुविधाओं पर विस्तार से काउंसलर सुश्री मृणाल भिलाला से चर्चा करते हुए आवश्यक मार्गदर्शन देते हुए बच्चों को घरेलू स्नेहिल वातावरण प्रदान करने हेतु टिप्स दिए।
निरीक्षण के दौरान संस्था में बच्चों के लिए निर्धारित मीनू अनुसार भोजन व्यवस्था हेतु किचिन सामग्री का भी आकस्मिक अवलोकन करते हुए रसोइए को गुणवत्ता बनाए रखने के लिए निर्देशित किया।
इस अवसर पर सहायक संचालक श्री बृजेश वर्मा, संस्था अधीक्षक श्री मेहताब सिंह परस्ते, सुश्री ऊषा नायक, श्री रईस कुरेशी, श्रीमती ममता मालवीय, शैलेन्द्र शाक्य व नगर सैनिक उपस्थित थे।