जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
भोपाल में मोहर्रम के अवसर पर इस बार आशूरा का मातमी जुलूस 7 जुलाई को बेहद आस्था और गमगीन माहौल में निकलेगा। इस्लामिक कैलेंडर के पहले महीने मोहर्रम की 10वीं तारीख को मनाए जाने वाले आशूरा पर हजरत इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों की करबला में दी गई शहादत को याद करते हुए शहर की फिजा ‘या हुसैन’ के नारों से गूंज उठेगी। इस मौके पर भोपाल की सड़कों पर ताजिए, बुर्राक, परचम, अखाड़े और ढोल-ताशों के साथ जुलूस निकाला जाएगा जो वीआईपी रोड स्थित प्राचीन करबला मैदान में समापन होगा।
मुख्य जुलूस फतेहगढ़ से शुरू होगा, जो मोती मस्जिद चौराहा होते हुए करबला पहुंचेगा। इसके अलावा शहर के विभिन्न हिस्सों—इमामबाड़ा, रेलवे स्टेशन, काजी कैंप, भानपुर, करोद, गांधी नगर, आरिफ नगर, छोला, नारियल खेड़ा और जेपी नगर से भी चार बड़े जुलूस निकलेंगे। यह सभी काफिले सैफिया कॉलेज चौराहे पर एकत्रित होकर मोहम्मदी चौक, पीरगेट, रॉयल मार्केट, ताजुल मसाजिद होते हुए शहीद नगर स्थित करबला तक पहुंचेंगे। शाम तक जुलूस के करबला मैदान पहुंचने की संभावना है।
इस बार जुलूस में सैकड़ों की संख्या में ताजिए, बुर्राक, परचम और मातमी सवारियां शामिल रहेंगी। विभिन्न मुस्लिम सामाजिक संस्थाओं के अखाड़े अपने करतब दिखाएंगे और ‘या हुसैन’ की सदाएं पूरे रास्ते में गूंजती रहेंगी। हालांकि इस बार ईरानी डेरे में परंपरागत अंगारों पर चलने वाला मातम नहीं होगा। डेरे के प्रमुखों ने बताया कि स्थान की कमी के कारण इस बार यह आयोजन नहीं किया जाएगा।
बता दें, मोहर्रम की यह परंपरा सीधे तौर पर इराक के करबला शहर से जुड़ी है, जहां 680 ईस्वी में यजीद की फौज ने हजरत इमाम हुसैन और उनके परिवार को घेर कर पानी बंद कर दिया था। हुसैन ने अन्याय के सामने झुकने से इंकार कर दिया। 10 मोहर्रम की सुबह जब इमाम हुसैन नमाज अदा कर रहे थे, यजीद की फौज ने उन पर तीरों से हमला कर दिया। दिन ढलते-ढलते इमाम हुसैन के 72 साथी, जिनमें उनका छह महीने का बेटा अली असगर, 18 साल के बेटे अली अकबर और सात साल के भतीजे कासिम भी शामिल थे, शहीद हो गए। तभी से शिया मुस्लिम इस दिन को गम और मातम के साथ मनाते हैं, ताकि अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने की प्रेरणा मिलती रहे।
भोपाल ट्रैफिक पुलिस ने 4 जुलाई से 6 जुलाई तक जुलूसों के चलते विशेष यातायात व्यवस्था लागू की है। पुराने शहर के कई मार्गों पर हर शाम 6 बजे से वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाई जा रही है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे वैकल्पिक मार्गों का प्रयोग करें और ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें।