जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
रतलाम के सैलाना से कांग्रेस विधायक कमलेश्वर डोडियार और अवैध शराब के खिलाफ उनकी मुहिम अब बड़े विवाद में बदलती दिख रही है। मंगलवार रात जब विधायक ने अपने समर्थकों के साथ शराब से भरी गाड़ी पकड़ी, तो न सिर्फ हंगामा हुआ, बल्कि खुद विधायक ने हमले और गला दबाने की कोशिश का आरोप लगाया। वहीं, पकड़ी गई गाड़ी के ड्राइवर ने विधायक पर ही मारपीट करने का दावा कर दिया।
लेकिन इस मामले में ट्विस्ट तब आया जब जांच में पता चला कि पकड़ी गई गाड़ी सरकारी वेयरहाउस की थी और शराब का पूरा परमिट था। पिकअप में 130 पेटी अंग्रेजी शराब थी, जो जावरा वेयरहाउस से बाजना के केलकच्छ जा रही थी। ऐसे में सवाल उठने लगे हैं कि क्या विधायक किसी गलतफहमी का शिकार हुए, या फिर यह सत्ता और प्रशासन के बीच की कोई बड़ी साजिश है?
हालांकि विधायक डोडियार ने रात सवा दस बजे वीडियो जारी कर कहा, “पिछले 6-7 दिनों से मैं अवैध शराब के खिलाफ लड़ रहा हूं। हर गांव में अवैध शराब सप्लाई हो रही है, जिसे रोकने के लिए मैंने मुख्यमंत्री तक को पत्र लिखा है। लेकिन अब मुझे ही निशाना बनाया जा रहा है।”
बता दें, मामला शिवगढ़ थाना क्षेत्र का है, जहां विधायक ने रास्ते में ही एक पिकअप को रोक लिया, जिसमें शराब भरी थी। ड्राइवर से पूछताछ के दौरान मामला गरमाया और मारपीट शुरू हो गई। विधायक ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, लेकिन विवादित इलाका बाजना और शिवगढ़ थाना सीमा में फंस जाने से पुलिस भी असमंजस में पड़ गई। बाद में पुलिस थाने पहुंचकर दोनों पक्षों ने अपने-अपने आरोप दर्ज कराए।