जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
हास्य की दुनिया में एक साफ-सुथरी कॉमेडी की पहचान बना चुके दिग्गज अभिनेता जॉनी लीवर ने मौजूदा स्टैंड-अप कॉमेडी ट्रेंड्स पर गहरी चिंता जताई है। एक इंटरव्यू में अभिनेत्री कुणिका सदानंद के साथ बातचीत के दौरान जॉनी ने साफ कहा कि आज की कॉमेडी तेजी से डबल मीनिंग और भौंडी भाषा की ओर जा रही है, जो दर्शकों की फैमिली भावनाओं के साथ मज़ाक करने जैसा है।
जॉनी ने कहा, “अभी जो स्टैंड-अप आ गया है, वो टोटल डबल मीनिंग का हो गया है। लेकिन हमने जो सीखा है, वो ये नहीं है। अगर हम भी ऐसा करें तो ये नए कॉमेडियन हमारे सामने खड़े भी नहीं हो पाएंगे।” उनकी इस टिप्पणी ने इंडस्ट्री में हलचल मचा दी है, जहां कई युवा कलाकार अक्सर वल्गर कंटेंट के जरिए पॉपुलैरिटी हासिल करने की होड़ में लगे हैं।
हॉलीवुड की नकल में खो रहा है देसी हास्य?
जॉनी लीवर ने यह भी कहा कि आज के ज्यादातर कलाकार हॉलीवुड को फॉलो कर रहे हैं। वे अंग्रेजी फिल्में देखकर वही कंटेंट यहां पेश करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि भारतीय दर्शकों की संवेदनाएं और पारिवारिक मूल्य अलग हैं। “हमने परिवार के साथ बैठकर देखने वाली कॉमेडी की है। मेरी ऑडियंस आज भी फैमिली है और मैं उन्हीं के लिए काम करता हूं।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि उनकी बेटी भी शो करती हैं, लेकिन उसमें एक भी डबल मीनिंग संवाद नहीं होता।
“साफ कॉमेडी करना कठिन है, लेकिन असली टैलेंट वहीं है”
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए जॉनी ने कहा कि साफ-सुथरी कॉमेडी करना ज्यादा चुनौतीपूर्ण होता है। “लोगों को बिना गंदे मज़ाक के हंसाना वक्त लेता है, लेकिन अगर किसी में असली टैलेंट है, तो वो यही करके दिखाए।” उनका मानना है कि समय के साथ कॉमेडी का स्तर गिरा नहीं है, बल्कि इसे गिराया गया है – वह भी लोकप्रियता और लाइक-व्यू की दौड़ में।