जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 19 सितंबर, गुरुवार को उज्जैन-इंदौर सिक्स लेन हाईवे का वर्चुअल भूमि पूजन किया। बता दें, 1692 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाला उज्जैन-इंदौर सिक्स लेन प्रोजेक्ट काफी बड़ा और महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है। उज्जैन-इंदौर सिक्स लेन हाईवे को सिंहस्थ 2028 और 25 साल की जरूरत को देखते हुए बनाया जा रहा है। इस हाईवे का मुख्य उद्देश्य यात्रा को सुगम और तेज बनाना है, जिससे यात्रा का समय कम होगा। यह सिक्स लेन हाईवे उज्जैन और इंदौर के बीच की दूरी को कम करेगा और यातायात की भीड़ को नियंत्रित करेगा।
अगर वर्तमान की बात करें तो इस मार्ग पर हर रोज 25 हजार से अधिक वाहन चलते हैं और सफर में 60 से 70 मिनट लगते हैं। लेकिन हाईवे तैयार होने के बाद 55 किलोमीटर का सफर 35 से 40 मिनट में पूरा हो सकेगा। अनुमान है कि सिंहस्थ 2028 तक इस हाईवे पर ट्रैफिक लोड हर दिन 60 हजार से ज्यादा वाहनों का रहेगा। सिक्स लेन हाईवे होने से ट्रैफिक दबाव महसूस नहीं होगा। रोड से लगी इंदौर शहरी क्षेत्र की करीब 1 लाख आबादी को भी राहत मिलेगी। महाकाल दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु इंदौर रूट से उज्जैन जाते हैं। उन्हें भी फायदा होगा।
बता दें, सिक्स लेन निर्माण में 3 फ्लाईओवर और 6 अंडरपास बनाए जाएंगे। मार्ग में आने वाले बड़े जंक्शन पर फ्लाईओवर और सर्विस रोड का निर्माण होगा। धरमपुरी, सांवेर और पंथ पिपलई में तीन तो उज्जैन में दो फ्लाईओवर का निर्माण होना है। इसके अलावा 6 अंडरपास भी बनेंगे।
वर्तमान में इंदौर-उज्जैन रोड 8.50-8.50 मीटर चौड़ा है। सिक्स लेन में तब्दील होने के बाद यह 25 मीटर यानी 12.50-12.50 मीटर चौड़ा हो जाएगा। इसमें एक ओर 3.50 मीटर की तीन लेन तो 4 मीटर के शोल्डर होंगे। वहीं, ढाई साल में काम पूरा करने का टारगेट है।