जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री मोहन यादव की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए गृह मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है। मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तीन नए डीएसपी तैनात किए गए हैं, जबकि एक डीएसपी को हटा दिया गया है। इस बदलाव के साथ सीएम सुरक्षा के सभी मानक पूरे हो चुके हैं, जिससे अब उनकी सुरक्षा अभेद्य हो गई है।
क्यों लिया गया यह बड़ा फैसला?
यह निर्णय तब लिया गया जब फरवरी में उज्जैन के महाकाल मंदिर के पास सम्राट अशोक सेतु के लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान सीएम की सुरक्षा में सेंध लगने की कोशिश की गई। कार्यक्रम के दौरान एक संदिग्ध युवक, जो कोट-पैंट पहने हुए था, सुरक्षा घेरा तोड़कर मुख्यमंत्री के पास पहुंचने की कोशिश करने लगा।
युवक के गले में आईडी कार्ड और हाथ में वॉकी-टॉकी था, जिससे सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गईं। एडिशनल एसपी नितेश भार्गव की नजर पड़ते ही तुरंत पुलिस हरकत में आई और युवक को हिरासत में लेकर महाकाल थाना भेज दिया गया। इस घटना के बाद प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री की सुरक्षा को और अधिक मजबूत करने का फैसला लिया।
अब सुरक्षा में कौन-कौन तैनात?
गृह विभाग द्वारा सीएम सुरक्षा में तैनात एक डीएसपी को हटाकर तीन नए डीएसपी की नियुक्ति की गई है। गुरुवार को जारी आदेश में—
- एसडीओपी भांडेर-दतिया कर्णिक श्रीवास्तव को उप पुलिस अधीक्षक मुख्यमंत्री सुरक्षा नियुक्त किया गया।
- एसडीओपी पवई-पन्ना सौरभ रत्नाकर को उप पुलिस अधीक्षक मुख्यमंत्री सुरक्षा बनाया गया।
- सहायक सेनानी आर-एपीटीसी इंदौर हेमेंद्र सूर्यवंशी को उप पुलिस अधीक्षक मुख्यमंत्री सुरक्षा के पद पर तैनात किया गया।
वहीं, डीएसपी भैयालाल प्रजापति को मुख्यालय में पदस्थ कर दिया गया है।
ये सभी अधिकारी पहले अलग-अलग विभागों में अपनी सेवाएं दे रहे थे, लेकिन अब उनकी नई जिम्मेदारी सीएम की सुरक्षा को और पुख्ता बनाना होगी। बता दें कि सीएम सुरक्षा दस्ते में छह डीएसपी के पद स्वीकृत हैं, जिनमें से दो पद खाली थे, जिन्हें अब भर दिया गया है। इन दोनों पदों को भरने के साथ-साथ एक अतिरिक्त डीएसपी भी सुरक्षा में शामिल किया गया। अब सीएम सुरक्षा टीम पूरी तरह से एक्टिव और मजबूत हो गई है।