बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने बदली मेल-मुलाकात की व्यवस्था, अब सोमवार-मंगलवार को कार्यालय में मिलेंगे प्रदेश अध्यक्ष; बुधवार से रविवार तक जिलों में सक्रिय रहेंगे अध्यक्ष!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

मध्यप्रदेश बीजेपी संगठन में हाल ही में नियुक्त किए गए प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने अपने पदभार ग्रहण करते ही संगठन को ज्यादा व्यवस्थित और प्रभावशाली बनाने की दिशा में ठोस पहल शुरू कर दी है। पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से रोज़मर्रा के संपर्क को सुव्यवस्थित करने के लिए उन्होंने एक बड़ा निर्णय लिया है — अब प्रदेश अध्यक्ष से मिलने का समय और दिन पहले से तय रहेगा।

अब दो दिन तय: सोमवार और मंगलवार को मुलाकात का मौका

प्रदेश भाजपा कार्यालय में अब यह स्पष्ट कर दिया गया है कि हेमंत खंडेलवाल हफ्ते में दो दिन — सोमवार और मंगलवार को राजधानी भोपाल स्थित कार्यालय में मौजूद रहेंगे। इन दिनों वे प्रदेशभर से आने वाले कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और अन्य नेताओं से सीधे मुलाकात करेंगे। अभी तक मेल-मुलाकात के लिए कोई निश्चित दिन नहीं था, जिससे कई कार्यकर्ताओं को एक ही बात को लेकर कई बार राजधानी का चक्कर काटना पड़ता था।

बुधवार से रविवार तक जिलों में सक्रिय रहेंगे अध्यक्ष

शेष सप्ताह यानी बुधवार से रविवार तक प्रदेश अध्यक्ष संगठनात्मक दौरे, जिलों में प्रवास, स्थानीय बैठकों और पार्टी के विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। यह निर्णय संगठन के ज़मीनी जुड़ाव को बढ़ाने और प्रदेशाध्यक्ष को केवल भोपाल तक सीमित रखने के बजाए पूरे प्रदेश में सक्रिय रखने की सोच को दर्शाता है।

जिला अध्यक्षों को भी मिले निर्देश: सिर्फ ऑफिस नहीं, फील्ड में भी रहें

प्रदेश अध्यक्ष खंडेलवाल ने जिला अध्यक्षों को स्पष्ट संदेश दिया है कि वे पूरे सप्ताह जिला कार्यालयों में न बैठें। इसके बजाय वे भी दो दिन कार्यालय में बैठें और बाकी समय मंडल एवं विधानसभा क्षेत्रों के प्रवास में लगाएं। यह मॉडल जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद बढ़ाने का माध्यम बनेगा।

विधायक-सांसदों की भी ज़िम्मेदारी तय: जनता से जुड़े जिलों में बैठकर

प्रदेश संगठन ने यह भी सुझाव दिया है कि शनिवार और रविवार को विधायक और सांसद अपने-अपने जिले के भाजपा कार्यालयों में बैठें और वहां कार्यकर्ताओं व आम जनता से संवाद करें। इससे आमजन में यह भाव पैदा होगा कि उनकी समस्याएं सुनी जा रही हैं, और संगठन के बड़े नेता भी ज़मीनी स्तर पर उपलब्ध हैं।

प्रदेश कार्यालय में मंत्री भी बैठेंगे!

बीजेपी संगठन की कार्यशैली को और अधिक असरदार बनाने के उद्देश्य से प्रदेश कार्यालय में प्रतिदिन राज्य सरकार के एक मंत्री की मौजूदगी पर भी विचार चल रहा है। यह मंत्री वहां मौजूद रहकर न केवल कार्यकर्ताओं की समस्याएं सुनेंगे, बल्कि शिकायती आवेदन भी संबंधित विभागों तक भिजवाकर उन्हें सुलझाने की प्रक्रिया तेज करेंगे। इससे मंत्री और कार्यकर्ता के बीच की दूरी कम होगी और समाधान में गति आएगी।

प्रदेश अध्यक्ष ने हाल ही में पदाधिकारियों की बैठक में यह भी कहा कि कई कार्यकर्ता ऐसे हैं जो सप्ताह के सातों दिन प्रदेश कार्यालय में नज़र आते हैं। उन्होंने साफ शब्दों में समझाया कि प्रत्येक कार्यकर्ता को अपने दिए गए दायित्व के अनुसार फील्ड में काम करना चाहिए, न कि भोपाल में डेरा जमाकर संगठन को प्रभावित करना। इसके बाद से प्रदेश कार्यालय में अनावश्यक भीड़ में कमी देखी जा रही है।

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