छतरपुर में पारिवारिक विवाद ने ली खतरनाक मोड़, युवक ने वीडियो में दी सामूहिक आत्महत्या की धमकी; पीड़ित परिवार बोला– पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

छतरपुर ज़िले के शाहगढ़ थाना क्षेत्र से एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसने स्थानीय प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वीडियो में एक युवक अनुराग विश्वकर्मा और उसकी मां भावुक होकर रोते हुए पूरे परिवार के साथ सामूहिक आत्महत्या करने की चेतावनी दे रहे हैं। उनका आरोप है कि पुलिस उनकी शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है, जबकि लगातार दबंग पड़ोसियों से जान का खतरा बना हुआ है।

वीडियो में अनुराग ने अपना परिचय देते हुए बताया कि अमर विश्वकर्मा और देवी दिन विश्वकर्मा नाम के व्यक्तियों ने उनके परिवार पर पथराव किया, जिससे घर का मुख्य गेट भी क्षतिग्रस्त हो गया। उसने दावा किया कि घटना की सूचना डायल 100, 181 हेल्पलाइन और यहां तक कि एसपी को कॉल करके दी, लेकिन मदद नहीं मिली। उनका कहना है कि पुलिस मौके पर नहीं पहुंची और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई से बच रही है।

तीन साल पुराना विवाद फिर भड़का

अनुराग के अनुसार, यह विवाद नया नहीं है। करीब तीन साल पहले उनकी ज़मीन में जबरन नाली बनाने का विरोध करने पर उनकी मां राजेश्वरी पर पड़ोस की महिलाओं—प्रभा, इमरती, सबिता, दुर्गा, साबित्री और ज्योति—ने हमला किया था। तब उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। हाल ही में, 25 अक्टूबर को, आरोपियों ने केस वापस लेने का दबाव बनाया और मना करने पर उनके पिता नोनेलाल, मां राजेश्वरी, बुआ शांति, बहन मुस्कान, भाई कृष्ण कुमार और राज विश्वकर्मा के साथ घर में घुसकर मारपीट की। इस हमले में पिता के सिर पर 12 टांके और गुप्तांग में 4 टांके आए थे।

अनुराग का कहना है कि गुरुवार शाम आरोपियों ने फिर से केस वापस लेने की धमकी दी और घर पर पथराव किया। घटना के बाद जब उन्होंने टीआई को फोन किया तो allegedly जवाब मिला—“हम आपकी मदद नहीं कर सकते, डायल 100 पर कॉल करिए।” उनका दावा है कि आरोपी रात 12 बजे तक घर के बाहर डटे रहे और सुबह तक स्थिति तनावपूर्ण बनी रही।

पुलिस का अलग पक्ष

शाहगढ़ थाना प्रभारी राहुल शुक्ला ने इस मामले में अलग बयान दिया है। उनके अनुसार, कुछ दिन पहले अमर और देवीदयाल विश्वकर्मा के घर चोरी हुई थी जिसमें अनुराग संदेही था और लंबे समय से फरार चल रहा था। टीआई के मुताबिक, गुरुवार को अनुराग घर लौटा और पड़ोसियों से गाली-गलौज की, जिसके बाद दोनों पक्षों में विवाद हुआ। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति संभालने की कोशिश की, लेकिन परिवार ने कार्रवाई से इनकार कर दिया और पुलिस को लौटा दिया। सुबह पुलिस फिर पहुंची, परंतु शिकायतकर्ता थाने नहीं आए।

टीआई का आरोप है कि अनुराग और उसका परिवार आपराधिक प्रवृत्ति का है और इनके खिलाफ पहले से कई शिकायतें दर्ज हैं। वे पुलिस पर दबाव बनाने के लिए सोशल मीडिया पर वीडियो डालते हैं और अब तक 16 बार सीएम हेल्पलाइन में शिकायतें दर्ज करा चुके हैं।

मामले ने बढ़ाया तनाव

इस घटना ने क्षेत्र में तनाव का माहौल पैदा कर दिया है। एक तरफ पीड़ित पक्ष पुलिस की निष्क्रियता और आरोपी दबंगों के खिलाफ कार्रवाई न होने का आरोप लगा रहा है, वहीं पुलिस मामले को पारिवारिक विवाद और आपराधिक पृष्ठभूमि से जोड़कर देख रही है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने न केवल स्थानीय स्तर पर चर्चा छेड़ी है, बल्कि प्रशासन की संवेदनशीलता और निष्पक्षता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

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