जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश इस बार मानसून की अच्छी बरसात का गवाह बन रहा है। प्रदेश में 16 जून को मानसून ने दस्तक दी थी और अब तक औसतन 42.1 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि इस अवधि तक सामान्य तौर पर 35.2 इंच पानी गिरना चाहिए था। यानी कि प्रदेश को अब तक 6.9 इंच अतिरिक्त बारिश मिली है। यही नहीं, प्रदेश की सामान्य बारिश का औसत 37 इंच है, जो पिछले सप्ताह ही पूरा हो गया।
साइक्लोनिक सर्कुलेशन से हुई बारिश
मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के अनुसार, बीते दिनों बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन (चक्रवातीय गतिविधि) के कारण मध्यप्रदेश के कई जिलों में लगातार बारिश दर्ज की गई। सोमवार को भोपाल, रायसेन, सतना, मंडला, पचमढ़ी, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, दमोह, जबलपुर और सिवनी में हल्की से मध्यम बारिश हुई। इनमें रायसेन सबसे आगे रहा जहां लगभग 2 इंच पानी गिरा। वहीं, सतना में करीब 1.25 इंच और मंडला-पचमढ़ी में आधा इंच बारिश दर्ज की गई।
भोपाल में सोमवार को दिनभर धूप खिली रही लेकिन शाम करीब साढ़े 5 बजे बादल घिरने के बाद तेज बारिश शुरू हो गई, जो करीब आधे घंटे तक जारी रही।
अगले 3 दिन हल्की बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने साफ किया है कि मंगलवार से साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर कम हो जाएगा और फिलहाल कहीं भी भारी बारिश का अलर्ट जारी नहीं है। हालांकि, यदि लोकल सिस्टम सक्रिय होता है तो कुछ जिलों में तेज पानी गिर सकता है। आने वाले तीन दिनों तक हल्की बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
मानसून वापसी की प्रक्रिया शुरू
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि राजस्थान से मानसून की वापसी शुरू हो चुकी है। रविवार को राजस्थान के कई जिलों से मॉनसून विदा हो गया। अगले दो से तीन दिनों में पंजाब और गुजरात के कुछ हिस्सों से भी मानसून लौट जाएगा। इसके बाद मध्यप्रदेश से भी मानसून की वापसी शुरू हो जाएगी। हालांकि, सितंबर में हल्की बरसात का सिलसिला जारी रहने की संभावना है।
इंदौर और उज्जैन संभाग में कम बारिश
हालांकि प्रदेश में कुल मिलाकर अच्छी बारिश हुई है, लेकिन इंदौर और उज्जैन संभाग की स्थिति संतोषजनक नहीं है। यहां अपेक्षाकृत कम वर्षा दर्ज की गई है। सबसे कम बारिश वाले टॉप-5 जिलों में बुरहानपुर, बड़वानी, खंडवा, खरगोन और शाजापुर शामिल हैं।
कुल मिलाकर, इस मानसूनी सीजन में मध्यप्रदेश को भरपूर पानी मिला है और राज्य औसत से ज्यादा बारिश की श्रेणी में है। आने वाले दिनों में भारी बारिश की संभावना न होने के बावजूद हल्की वर्षा का दौर जारी रहेगा। वहीं, मानसून धीरे-धीरे प्रदेश से विदा लेने की प्रक्रिया में है।