जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
रविवार को बाबा महाकाल की पवित्र नगरी उज्जैन में ‘श्री समतामूर्ति श्रीरामानुज अलंकरण समारोह’ आयोजित हुआ। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव समेत साधु-संत और मा. सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश, न्यायमूर्ति जितेंद्र कुमार माहेश्वरी कार्यक्रम में शामिल हुए। इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव और सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश जीके महेश्वरी को रामानुज कोट के धर्माचार्य संत स्वामी गादी महाराज द्वारा समतामूर्ति अलंकरण से सम्मानित किया गया।
समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा पीठाधीश्वर स्वामी रंगनाथाचार्य महाराज सहित अन्य धर्माचार्यों को पुष्पमाला और वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में संत-महात्मा व धर्माचार्य भी मौजूद थे।
कार्यक्रम में संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पूज्य संतजनों की उपस्थिति स्वर्ग के समान होती है। इस अलंकरण समारोह में सहभागिता कर अत्यंत धन्य महसूस कर रहा हूं। उन्होंने आगे कहा कि बाबा महाकाल की नगरी अवंतिका अनंत है। यह नगरी हर काल और हर युग में अपने गुणों, कीर्ति और प्रसिद्धि से सदैव अलंकृत होती आ रही है। स्वामी रामानुज महाराज ने अपने अलौकिक दर्शन से सनातन धर्म के संरक्षण के साथ मानव से मानव को जोड़कर जनसेवा का मार्ग भी दिखाया है। समाज में आने वाली विभिन्न चुनौतियों के बावजूद भी स्वामी जी द्वारा भक्ति मार्ग का निरंतर प्रसार किया गया, जिसकी अविरल धारा आज भी प्रवाहित हो रही है।